इजरायली हमलों ने गाजा में तबाही मचाई हुई है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के तीन महीने बाद गाजा के हालात इतने अधिक खराब हो गए हैं कि यह जगह अब रहने लायक नहीं बची है.


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संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के अवर सचिव मार्टिन ग्रिफिथ्स ने शुक्रवार को यह बात. उन्होंने चेतावनी दी कि गाजा में भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है और वहां एक भीषण सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा की स्थिति पैदा हो सकती है.


दुनिया सिर्फ देखती रहती है
गाजा में इजराइली सैन्य कार्रवाई के विनाशकारी प्रभावों का आकलन करते हुए ग्रिफिथ्स ने कहा कि गाजा के 23 लाख लोग ‘रोज अपने अस्तित्व के लिए पैदा हो रहे खतरों’ का सामना करते हैं जबकि दुनिया सिर्फ देखती रहती है.


ग्रिफिथ्स ने कहा कि इस युद्ध में अब तक हजारों लोग मारे गए हैं अथवा घायल हुए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. अधिकारी ने कहा कि गाजा में तापमान में गिरावट के बीच कई परिवार खुले में सोने को मजबूर हैं, और जिन क्षेत्रों में फलस्तीनियों को स्थानांतरित होने के लिए कहा गया था, उन क्षेत्रों पर भी बमबारी की गई है.


भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है
मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, ‘गाजा में लोग खाद्य असुरक्षा के अब तक के उच्चतम स्तर का सामना कर रहे हैं और भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है. गाजा अब रहने लायक नहीं रह गया है. ’


ग्रिफिथ्स ने कहा कि गाजा में आंशिक रूप से सक्रिय कुछ अस्पतालों में मरीजों की तादाद काफी अधिक है और मेडिकल सप्लाई और दवाइयों की आपूर्ति गंभीर रूप से प्रभावित है. इस बीच, अस्पतालों पर लगातार हमले हो रहे हैं और संक्रामक रोग फैल रहे हैं. इस अराजकता के बीच लगभग 180 फलस्तीनी महिलाएं प्रतिदिन प्रसव पीड़ा से गुजरती हैं.


 


ग्रिफिथ्स ने युद्ध को तत्काल समाप्त करने और सभी बंधकों की रिहाई के लिए संयुक्त राष्ट्र की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह समय है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस युद्ध को समाप्त कराने के लिए हरसंभव प्रयास करे.


आबादी का 85 फीसदी हिस्सा विस्थापित
इजराइल-हमास युद्ध की वजह से पहले ही गाजा की 23 लाख आबादी का 85 फीसदी हिस्सा विस्थापित हो चुका है, जिससे क्षेत्र का उत्तरी इलाका वीरान हो गया है. इजरायल के हवाई और जमीनी हमले बढ़ने के कारण दक्षिण में भी विस्थापन का खतरा बढ़ गया है. फिलिस्तीनी नागरिकों को अब कोई भी जगह सुरक्षित नहीं लग रही है.


इजराइली सेना के व्यापक अभियान ने पहले ही उत्तरी गाजा के अधिकांश हिस्सों को वीरान कर दिया है.


21,300 से अधिक फिलस्तीनियों की मौत
युद्ध में पहले ही 21,300 से अधिक फिलिस्तीनियों नागरिकों की मौत हो चुकी है और भीषण मानवीय संकट पैदा हो गया है, जिससे गाजा की एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना कर रही है.


इजरायल में सात अक्टूबर के हमले में हमास ने करीब 1200 लोगों की हत्या करने के अलावा लगभग 240 लोगों का अपहरण कर लिया था. इजरायल ने तब तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि हमास को गाजा में समाप्त नहीं कर दिया जाता और सत्ता से हटा नहीं दिया जाता तथा सभी बंधकों को मुक्त नहीं करा लिया जाता.


इजरायल ने युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि ऐसा करना हमास की जीत कहलाएगा.


(इनपुट - भाषा)