ईरान ने दी धमकी तो `बड़ा भाई` अमेरिका आया आगे, बोला- किसी की हिम्मत हो तो इजरायल को हाथ लगाकर दिखाए
Israel amid Iran attack: जैसे ही ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल से बदला लेने की कसम खाई. इजरायल का सबसे खास दोस्त अमेरिका सामने आ गया. अमेरिकी राष्ट्रपति Joe Biden (जो बाइडेन) ने खुले तौर पर कह दिया है कि अगर किसी ने इजरायल पर हमला किया तो उसे हमसे लड़ना होगा.
Israel-Iran tensions: सीरिया और ईरान ने इजरायल पर दमिश्क में एक ईरानी राजनयिक भवन पर मिसाइल हमले का आरोप लगाया है. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच जंग की संभावना तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि इस हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की कसम खा ली. जिसके बाद अमेरिका की इस मामले में एंट्री हो गई. पेंटागन ने गुरुवार को बताया कि शीर्ष अमेरिकी कमांडर और देश के सैन्य अधिकारी इजरायल पहुंच चुके हैं. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि हम इजरायल के साथ हैं. और हल हाल में इजरायल की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है.
इजरायल जंग के लिए तैयार
इजराइली सेना ने कहा कि वह आने वाले हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है. आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "इजराइल चारों तरफ से तैयार है. और किसी भी हालात के लिए सर्तक है. और हम लगातार स्थिति का आंकलन कर रहे हैं." उन्होंने इज़राइल पहुंचे यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला का जिक्र करते हुए कहा, "आईडीएफ के पास जो ताकत है उससे हम किसी खतरे से निपट सकते हैं.
अमेरिका नहीं चाहता जंग, लेकिन इजरायल के साथ
एक तरफ ईरान इजरायल पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है. दूसरी तरफ अमेरिका लगातार इस बात पर जोर दे रहा कि ईरान और इजरायल के बीच कोई तनाव न हो. जिससे किसी को कोई फायदा नहीं होगा. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के अलावा विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी इस बात को खुले तौर पर कह दिया है कि अगर ईरान ने इजराइल पर हमला किया तो अमेरिका येरुशलम का साथ देगा. अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिला तो इजराइल पहुंच ही चुके हैं.
इजरायल पर ईरान क्यों करना चाहता है हमला
एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में दूतावास परिसर पर एक हवाई हमला हुआ. इस हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल और छह अन्य ईरानी सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी. जिसके बाद ईरान इस हमले का विरोध जताने लगा. बात यहां तक पहुंची कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कसम खा लिया कि इस हमले को इजरायल ने किया है. और हम इस हमले का जवाब देंगे. लेकिन समय और दिन नहीं बताया था. खामेनेई ने कहा था कि इजराइल को दंडित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह हमला सीरिया पर नहीं ईरानी धरती पर हमले के समान है. दूसरी तरफ इजरायइल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.