Middle East Crisis: इजरायल और ईरान अब आमने-सामने हैं और शायद इसीलिए मिडिल ईस्ट का मामला अब बेहद गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है. ईरान और उसके सहयोगियों ने हानिया की मौत का जवाब देने की तैयारी कर ली है. हत्या का आरोप इजरायल पर लगाया गया है. इसी कड़ी में हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेटों की बौछार की है. हालांकि इजरायल के आयरन डोम ने इन पर जबरदस्त प्रतिघात किया है. अब पूरे क्षेत्र में युद्ध की संभावना बढ़ गई है. ऐसे में सवाल है कि क्या इजरायल नए सिरे से युद्ध का ऐलान कर देगा. अगर ऐसा हुआ तो ये तीसरे विश्व युद्ध की आहट भी हो सकती है. 


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असल में एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल के सहयोगी अमेरिका ने कहा कि वह इस क्षेत्र में युद्धपोत और लड़ाकू विमान भेजेगा, जबकि पश्चिमी सरकारों ने अपने नागरिकों से लेबनान छोड़ने की अपील की है. यह भी तथ्य है कि इस हफ्ते की शुरुआत में इजरायल ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया और बेरूत में हिजबुल्लाह के सैन्य प्रमुख की हत्या की थी.


इजरायल के खिलाफ हमला करने की धमकी


इन दोनों घटनाओं के बाद, ईरान और उसके सहयोगियों ने बदला लेने की शपथ ली है. वे इजरायल के खिलाफ हमला करने की धमकी लगातार दे रहे हैं. हमास शासित क्षेत्र की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि इजरायल ने शनिवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर हमले किए. हिजबुल्लाह के साथ गोलीबारी की, कब्जे वाले पश्चिमी तट पर एक घातक हमला किया और गाजा सिटी में एक स्कूल परिसर पर हमला किया गया. हमले में कम से कम 17 लोग मारे गए.


लेबनान, यमन, इराक और सीरिया पहले से शामिल


लेबनान, यमन, इराक और सीरिया के ईरान समर्थित समूह पहले ही गाजा में इजरायल और फिलिस्तीनी समूह हमास के बीच लगभग 10 महीने से चल रहे युद्ध में शामिल हो चुके हैं. हाल के हफ्तों में गाजा में विस्थापन आश्रयों में तब्दील किए गए कई स्कूलों पर हमला किया गया है. इजरायल ने कहा है कि इन सुविधाओं का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किया गया था. हमास ने सैन्य गतिविधियों के लिए नागरिक बुनियादी ढांचे का उपयोग करने से इनकार किया है.


अमेरिका की नजर बनी हुई, गेंद इजरायल के पाले में


वहीं इस पूरी स्थिति पर अमेरिका नजर बनाए हुए हैं. बाइडेन और नेतन्याहू के बीच भले ही कुछ तीखी बातचीत हुई है लेकिन पूरी दुनिया को पता है कि अमेरिका इजरायल की ही मदद करेगा. अमेरिकी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस परिस्थिति में अमेरिका इजरायल की मदद की तैयारी कर रहा है. अमेरिका ने कहा कि वह इस क्षेत्र में युद्धपोत और लड़ाकू विमान भेजेगा. यहां तक कि हथियारों की सप्लाई भी शुरू हो गई है. 


उधर हमास प्रमुख इस्माइल हानिया को शुक्रवार को कतर में दफनाया गया. हमास, ईरान और अन्य संगठनों ने इस हमले को अंजाम देने का आरोप इजरायल पर लगाया है, लेकिन इसके बावजूद इजरायल ने इस पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है.