Japan: 27 सूमो पहलवानों के बैठने से ओवर वेट हुए जापानी विमान, फिर यूं निकाला गया समस्या का समाधान
Japan News: जापान की एयरलाइंस कंपनी को उस वक्त असहजद करने वाली स्थिति का सामना करना पड़ा, जब देश के प्रख्यात सूमो पहलवानों को सही समय पर उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए फ्लाइट से ले जाने का फैसला किया गया, क्या है पूरा मामला, आइए बताते हैं.
Japan, Wrestlers airlines with sumo fighters: हवाईजहाज हो या हेलीकॉप्टर (चॉपर) की भी अपनी क्षमता होती है. निर्धारित वजन से ज्यादा वेट होने पर हादसे का खतरा रहता है. ऐसी ही असामान्य स्थिति को अवाइड करने के लिए जापान में जो हुआ, उसकी खबर सुर्खियों में है. ऐसा इसलिए क्योंकि जापान एयरलाइंस को 27 सूमो पहलवानों के लिए फ्लाइट का इंतजाम करना था लेकिन उनका अनुमान गलत साबित हुआ, इसलिए कंपनी को अतिरिक्त फ्लाइट का इंतजाम करना पड़ा.
जब नहीं उड़ा विमान तो हुआ ये इंतजाम
विमानन क्षेत्र की अग्रणी कंपनियों में से एक जापान एयरलाइंस को ज्यादा सामान की वजह से नहीं, बल्कि सूमो पहलवानों के एक ग्रुप का वजन ज्यादा (निर्धारित क्षमता से ज्यादा) होने की वजह से अलग से एक विमान का इंतजाम करना पड़ा. ये सारे सूमो रेसलर्स अमामी द्वीप पर नेशनल स्पोर्ट्स फेस्टिवल में शामिल लेने के लिए जा रहे थे. पहलवानों के इस दल को टोक्यो और ओसाका से पहुंचना था. लेकिन हर पहलवान का वजन करीब 256 पाउंड यानी 120 किलो होने के कारण जापान एयरलाइंस को एक अतिरिक्त उड़ान भरने के लिए मजबूर होना पड़ा.
14 पहलवानों के लिए मंगवाया गया नया विमान
कुछ लोग इसे खेल मंत्रालय के लोगों की चूक बता रहे हैं, जिन्होंने टिकट बुक करते ध्यान नहीं दिया. लिहाजा ऐन मौके पर एयरलाइन कंपनी को चिंतित होना पड़ा कि उनका बोइंग विमान जिसकी क्षमता 165 पैसेंजर्स को ले जाने की है वो सभी पहलवानों को एक साथ ले जाने में सक्षम नहीं होंगे. मौके की नजाकत को समझते हुए कंपनी ने एक एक्स्ट्रा फ्लाइट मंगाने का फैसला किया. दरअसल कंपनी के विमान में 27 खिलाड़ियों के 2 ग्रुप्स को 12 अक्टूबर को अलग-अलग उड़ान भरनी थी. एक को टोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे से और दूसरे को ओसाका के इटामी एयरपोर्ट से उड़ान भरनी थी. लेकिन हर पहलवान का वजन लगभग निर्धारित क्षमता से कहीं ज्यादा होने की वजह से एयरलाइन परेशानी में पड़ गई. जिसके बाद 14 पहलवानों के लिए अलग से फ्लाइट का इंतजाम किया गया.
ये एक सामान्य घटनाक्रम: एयरलाइन
द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन के प्रवक्ता ने न्यूज पेपर मिनामी-निप्पॉन शिंबुन को बताया, विमान पर वजन संबंधी प्रतिबंधों के कारण विशेष उड़ानें संचालित करना हमारे लिए बेहद असामान्य है और ऐसा पहले भी होता रहा है. दरअसल सूमो पहलवानों का वजन औसत वयस्क से दो से तीन गुना अधिक हो सकता है, हालांकि, सूमो पहलवान बनने के लिए न्यूनतम वजन की कोई आवश्यकता नहीं है. ऐसे में 15 अक्टूबर को फुकुओका से हानेडा वापस आने वाली फ्लाइट में जिस तरह से सूमो पहलवान बैठे थे, उन्हें देखकर कुछ लोग हैरान थे. 2014 में एक छोटे यात्री विमान में खचाखच भरे पहलवानों की एक तस्वीर वायरल हुई थी.