Kim Jong Un: साउथ कोरियन फिल्मों और म्यूजिक से है किम जोंग उन को नफरत, 22 साल के युवक को सरेआम दी मौत की सजा
North Korea: दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने गुरुवार को उत्तर कोरियाई मानवाधिकारों पर 2024 की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
North Korea-South Korea: उत्तर कोरिया के एक 22 वर्षीय युवक को दक्षिण कोरियाई फिल्में, संगीत देखने और शेयर करने के आरोप में सार्वजनिक रूप मौत की सजा दी गई. द गार्डियन के मुताबिक दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने गुरुवार को उत्तर कोरियाई मानवाधिकारों पर 2024 की रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट में इस मामले का विस्तृत विवरण दिया गया है. इसमें 649 उत्तर कोरियाई भगोड़ों के बयान दर्ज हैं.
एक अनाम गवाही के अनुसार, दक्षिण ह्वांगहे प्रांत के युवक को 2022 में मौत की सजा दी गई. उस पर 70 दक्षिण कोरियाई गाने सुनने, तीन फिल्में देखने और डिस्ट्रीब्यूट करने का आरोप था जो कि 2020 में अपनाए गए उत्तर कोरियाई कानून का उल्लंघन है. यह कानून 'प्रतिक्रियावादी विचारधारा और संस्कृति' पर प्रतिबंध लगाता है.
युवाओं को किया जा रहा है टारगेट
रिपोर्ट में बाहरी सूचना को कंट्रोल करने के मकसद से उत्तर कोरियाई सरकार की तरफ से खासतौर पर युवाओं को टारगेट करने की कोशिशों की डिटेल है.
इसके अलावा कुछ अन्य 'प्रतिक्रियावादी' प्रथाओं के लिए भी सजाएं दी जाती हैं. जैसे दुल्हन का सफेद पोशाक पहनना, दूल्हे का दुल्हन को गोद में उठाना, धूप का चश्मा पहनना, या वाइन ग्लास से शराब पीना - ये सभी दक्षिण कोरियाई रीति-रिवाजों के रूप में देखे जाते हैं.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोबाइल फोन की अक्सर कॉन्टेक्ट नेम स्पेलिंग, एक्सप्रेशन और दक्षिण कोरियाई प्रभाव वाले शब्दों के लिए भी जांच की जाती है. जबकि दोनों कोरिया एक ही भाषा साझा करते हैं, 1950-53 के कोरियाई युद्ध के बाद से कुछ सूक्ष्म अंतर उभरे हैं.
के-पॉप पर बैन
के-पॉप (साउथ कोरियन म्यूजिक) पर प्रतिबंध र्व नेता किम जोंग-इल के कार्यकाल में शुरू हुआ. यह उत्तर कोरियाई लोगों को पश्चिमी संस्कृति के 'दुर्भावनापूर्ण' प्रभाव से बचाने के अभियान का हिस्सा है. यह अभियान अब इल के बेटे किम जोंग-उन के तहत और तेज हो गया.
2022 में, अमेरिकी सरकार द्वारा फंडिड रेडियो ‘फ्री एशिया’ ने कहा कि उत्तर कोरियाई शासन ‘पूंजीवा’ फैशन और हेयर स्टाइल पर नकेल कस रहा है. वह विदेशी शब्दों वाले स्किनी जींस और टी-शर्ट के साथ-साथ रंगे या लंबे बालों को भी निशाना बना रहा है.
एक्सपर्ट का कहना है कि दक्षिण कोरियाई लोकप्रिय संस्कृति को उत्तर कोरियाई समाज में घुसने की अनुमति देना उस विचारधारा के लिए खतरा पैदा कर सकता है जो किम राजवंश के प्रति पूर्ण निष्ठा की मांग करती है. बात दें किम राजवंश 1948 देश पर शासन कर रहा है.
हालांकि इतनी सख्ती के बाद भी उत्तर में दक्षिण कोरियाई संस्कृति का प्रभव बढ़ रहा है. उत्तर कोरिया से भागकर आई एक 20 वर्षीय महिला ने सियोल में एक ब्रीफिंग में कहा, 'उत्तर कोरिया को प्रभावित करने वाली दक्षिण कोरियाई संस्कृति की गति बहुत तेज़ है. युवा लोग दक्षिण कोरियाई संस्कृति का अनुसरण करते हैं और उसकी नकल करते हैं, और उन्हें दक्षिण कोरियाई चीज़ें बहुत पसंद आती है.'