Mexico Dooms Day News: मेक्सिको में एक अजीब घटना सामने आई है. वहां पर एक प्राचीन जनजाति की ओर से मानव बलि देने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले दो में से एक पिरामिड ढह गया है. इस घटना से वहां रहने वाली मूल जनजाति के लोग डर गए हैं. उनका अंदेशा है कि पिरामिडों का ढहना आने वाले किसी विनाश का अलौकिक संकेत है. 


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तूफान में एक पिरामिड को पहुंचा था नुकसान


न्यूयार्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अनुसार, हाल में आए एक विनाशकारी तूफान ने इनमें से एक पिरामिड को आंशिक रूप से तबाह कर दिया है. इन पिरामिडों को बनाने वाले मूल जनजाति के वंशजों को डर है कि यह घटना देश में जल्द ही आने वाली एक बड़ी प्राकृतिक आपदा का संकेत है. 


400 साल तक किया था शासन


रिपोर्ट के मुताबिक इन पिरामिडों का निर्माण मेक्सिको में रह रहे आदिवासी प्योरपेचा लोगों के पूर्वजों ने किया था. यह एक रक्तपिपासु जनजाति थी जिसने एज़्टेक को हराकर 400 साल तक शासन किया था. इतिहासकारों का मानना है कि प्राचीन प्योरपेचा जनजाति के लोग अपने सबसे अहम देवता कुरिक्वेरी को मानव बलि देने के लिए याकाटा पिरामिड का इस्तेमाल करती थी. ये पिरामिड मिचोआकेन राज्य में इहुआट्ज़ियो के पुरातात्विक स्थल में पाए गए हैं. 


अब सता रहा अपशकुन का डर


इसी जनजाति से जुड़े तारियाकुइरी अल्वारेज़ का कहना है कि इन पिरामिडों का निर्माण करने वाले हमारे बुजुर्गों की परंपरा के अनुसार इस तरह की घटना अपशकुन का संकेत है. उनका कहना है कि स्पेनिशों के हमले से पहले भी ऐसा ही अपशकुन देखा गया था. उस समय के प्योरपेचा के लोगों के मुताबिक यह इस बात का संकेत था कि देवता नाना कुएरहैपिरी और केरी कुरिक्वेरी अप्रसन्न थे.


इहुआट्ज़ियो पुरातात्विक क्षेत्र पर 900 ईस्वी तक एज़्टेक का शासन था. इसके बाद वहां पर प्योरपेचा ने एज़्टेक को हराया और 1519 में स्पेनिश आक्रमण से पहले 400 वर्षों तक शासन किया.