Namibia cheetah Shaurya : एक और नामीबियाई चीता ने तोड़ा दम, अब तक 10 की मौत
Namibia Leopard : नामीबिया से लाए गये एक और चीता शौर्य का निधन हो गया है. मृत्यु का कारण पता नहीं चल पाया है. ऐसे में वन विभाग की टीम जांच में जुटी है.
cheetah shaurya : नामीबिया से लाए गए एक और चीते की मौत की खबर सामने आई है. चीता शौर्य ने आज (16 जनवरी 2024) लगभग 3:17 बजे दुनिया को अलविदा कह दिया है. अबतक कूनो नेशनल पार्क में कुल 10 चीतों की मौत हो चुकी है. शौर्य के मरने का कारण पता नहीं चल पाया. वन विभाग ने टीम ने कहा है कि पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
शौर्य ने तोड़ा दम
लायन प्रोजेक्ट निदेशक ने बताया कि सुबह लगभग 11 बजे ट्रैकिंग टीम ने शौर्य को असंयम और लड़खड़ाती चाल में देखा था. साथ ही वह अचेत और कमजोर भी दिख रहा था. टीम ने उसे सीपीआर दिया तो उसकी हालत में थोड़ा सुधार आया, लेकिन दोपहर में 3.17 बजे उसने दम तोड़ दिया.
अब तक शावक और चीते मिलाकर 10वीं मौत है. बताया जा रहा है, कि जब उसे नामीबिया से लाया गया था, तो उस चीता का नाम "फ्रेडी" था. भारत में आने के बाद, जानवर का नाम बदलकर "शौर्य" रख दिया गया था. चीता शौर्य की मौत की वजह पता लगाने में वन अधिकारी जुटे है.
इससे पहले भी हुआ इन चीतों का निधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़ा था. छह महीने बाद ही यहां पहले चीते की मौत हो गई. जिसका नाम साशा था. वन विभाग के अनुसार, नामीबिया से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ी गई मादा चीता साशा के गुर्दों में संक्रमण होने की वजह से मृत्यु हुई थी. मादा चीता के गुर्दों में संक्रमण भारत आने के पहले से ही था.
23 अप्रैल की सुबह अचानक उदय चीते का अचानक स्वास्थ्य खराब हुआ और शाम चार बजे मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कार्डियोपलमोनरी फेल होने की वजह से चीते की मौत हुई थी. वह सुबह से ही बीमार दिखाई दे रहा था, दोपहर में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.