उत्तर कोरिया की वजह से टेंशन में हैं ये तीन देश, अब की यह बड़ी घोषणा
North Korea News: उत्तर कोरिया ने 21 नवंबर को अपने ‘मल्लीग्योंग-1’ जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया था. दक्षिण कोरिया ने तब कहा था कि उसने इसकी पुष्टि की है कि उपग्रह कक्षा में प्रवेश कर गया है.
World News in Hindi: अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते सैन्य खतरे से परेशान हैं. इस चुनौती पर चर्चा के लिए तीन देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इस सप्ताह सियोल में मुलाकात करेंगे. दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने यह जानकारी दी है.
दक्षिण कोरिया राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय के निदेशक चो ताइ-योंग शनिवार को सियोल में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान और जापान के राष्ट्रीय सुरक्षा सचिवालय के महासचिव ताकियो अकीबा के साथ उत्तर कोरिया और सुरक्षा, प्रौद्योगिकी तथा व्यापार से जुड़े अन्य मामलों पर गहन चर्चा के लिए त्रिस्तरीय बैठक की मेजबानी करेंगे. चो शुक्रवार को सुलिवान और अकीबा के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.
अमेरिकी ने कही ये बात
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि बैठकें ‘परस्पर चिंता के क्षेत्रीय मुद्दों, खासतौर से सुरक्षा के माहौल पर चर्चा के मजबूत एजेंडे’ से प्रेरित होंगी.
जापान के पीएमओ दिया ये बयान
जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उत्तर कोरिया पर चर्चा के विषयों में उसके पहले सैन्य टोही उपग्रह का हाल में हुआ प्रक्षेपण भी शामिल होगा जिसे उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अहम बताते हैं.
बता दें उत्तर कोरिया ने 21 नवंबर को अपने ‘मल्लीग्योंग-1’ जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया था. दक्षिण कोरिया ने तब कहा था कि उसने इसकी पुष्टि की है कि उपग्रह कक्षा में प्रवेश कर गया है, लेकिन कहा कि यह सत्यापित करने के लिए उसे और समय चाहिए कि वह ठीक से काम कर रहा है.
(इनपुट - भाषा)