ब्रसेल्स: यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने कहा है कि यूरोपीय संघ (ईयू) के नेता ब्रिटेन के उस मूल्यांकन से सहमत हैं, जिसमें रूस द्वारा ही अपने पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट हमला कराने की संभावना जताई गई है. अधिकारियों ने बताया कि इस संभावना पर सहमति बनने के साथ ही शुक्रवार (23 मार्च) को ईयू नेताओं ने रूस से अपने दूत को वापस बुलाने का फैसला किया. ब्रसेल्स में आयोजित यूरोपीय संघ के एक सम्मेलन में 28 नेताओं ने सर्वसम्मति से इस बयान का समर्थन किया कि ब्रिटेन के दक्षिणी- पश्चिमी शहर सेलिसबरी में हुए नर्व एजेंट हमले में रूस का शामिल होना ही इस घटना की‘ संभाव्य व्याख्या’ है.


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यूरोपीय संघ के नेता एकजुट
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे द्वारा अपने सहयोगियों से निजी तौर पर की गई अपील के बाद यूरोपीय संघ के नेताओं ने यह एकजुटता दिखाई. टस्क ने ट्वीट किया, “यूरोपीय परिषद ब्रिटेन सरकार की इस बात से सहमत है कि सेलिसबरी हमले के पीछे रूस का हाथ होने की बहुत ज्यादा संभावना है और इस हमले के पीछे की कोई अन्य संभावित व्याख्या नहीं है.”



रूस से वापस बुलाए जाएंगे संघ के दूत
इसी बीच यूरोपीय संघ के नेताओं ने शुक्रवार (23 मार्च) को निर्णय लिया कि वह रूस में संघ के दूत को वापस बुला लेंगे. ईयू में शामिल कई और देश भी रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने या अपने दूतों का वापस बुलाने के बारे में विचार कर रहे हैं. यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संघ के पहले दिन के सम्मेलन के बाद कहा, “दोषारोपण पर सहमत होने के बाद संघ के सदस्य इस बात पर विचार कर रहे हैं कि कैसे सिर्फ दोषारोपण से आगे बढ़कर वह कुछ कार्रवाई करेंगे.” नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट्टे ने यूरोपीय संघ के दूत को वापस बुलाने की पुष्टि की है.


(इनपुट एजेंसी से भी)