Jammu and Kashmir : NIA ने जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदातों में शामिल पाकिस्तानी आतंकी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. आतंकी हबिबुल्ला पाकिस्तान में है और वो आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा(LeT) के फ्रंट The Resistance Force(TRF) का कंमाडर है. हबिहुल्ला मलिक भारत में जम्मू के राजौरी और पूंछ इलाके में ज्यादा सक्रिय है.  पिछले समय में यहां पर आतंकी वारदाते भी ज्यादा देखी गयी है. हबिबुल्ला के साथ एजेंसी ने दो आतंकी हिलाल और मुसैब के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल है. ये दोनों Over Ground Worker(OGW) है जो हबिबुल्ला मलिक के लिये काम करते है. ये दोनों कश्मीर के शोपिंया के रहने वाले है और इन दोनों को भी लश्कर के आतंकी ने ही भर्ती किया था. इन दोनों का काम हबिबुल्ला के कहने पर पैसे और हथियार को दूसरे आतंकियों तक पहुंचाना और उनकी रहने और छिपने में मदद करना था.


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NIA ने जून 2022 में पाकिस्तान से भारत के खिलाफ रची जा रही आतंकी साजिश में UA(P)A में मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी. जून 2022 में मामला दर्ज करने के बाद से अब तक एजेंसी ने जम्मू और कश्मीर के कई ठिकानों पर छापेमारी कर काफी सारे अहम सबूत जब्त किये थे.


 
एजेंसी को जानकरी मिली थी कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन लश्कर ए तोएबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन, अल बदर और अल कायदा भारत के खिलाफ लगातार आतंकी साजिश रच रहे है. ये साजिश ना सिर्फ जमीन पर आतंकी हमले की है बल्कि सायबर स्पेस के जरिये भी कश्मीर को निशाना बनाया जा रहा है. इस काम के लिये पाकिस्तान में बैठे ये आतंकी संगठन भारत में नकली या छिपी हुयी पहचान के जरिये नये संगठन The Resistance Force(TRF), United Liberation Front Jammu & Kashmir(UL J&K), Mujahidden Gazawat-ul-Hind(MGH), Jammu & Kashmir Freedom Fighters(JKFF), Kashmir Tigers, PAFF बना के आतंकी हमले कर रहे है.


 
जांच में पता चला है कि ये आंतकी संगठन IED, Sticky Bomb और छोटे हथियारों के जरिये हमले कर रहे है। ये एक बडी साजिश का हिस्सा है जिसमें कश्मीर के लोकल लड़को का इस्तेमाल कर निशाना बनाया जा रहा है। इसमें कुछ आतंकी हमले कर रहे है तो कुछ सिर्फ OGW यानी Over Ground Worker के तौर पर काम कर रहे है जो पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये आने वाले हथियार जिसमें स्टिकी बम, मैग्नेटिक बम, IED और कैश को लेकर इस्तेमाल के लिये आतंकियों को पहुंचा रहे है।


 
इस मामले में एजेंसी की जांच अभी भी चल रही है और जिस तरह से पिछले दिनों जम्मू के राजौरी में आतंकी वारदाते हुयी है उसको लेकर भी जांच की जा रही है.