उत्तर कोरिया की मिसाइल टेस्ट से पूरी दुनिया हैरान, क्यों तिलमिला गया दक्षिण कोरिया? 11 आदमी समेत 4 संस्थाओं को किया बैन
North Korea confirms test-firing new Hwasong-19 ICBM: अमेरिका ने कुछ दिन पहले उत्तर कोरिया को चेतावनी दी थी, जिसके तत्काल बाद उत्तर कोरिया ने अमेरिकी चुनाव से पहले एक ऐसी मिसाइल बना दी है, जो पूरी दुनिया की सबसे खतरनाक मानी जा रही है. अब इस मामले में दक्षिण कोरिया भी कूद पड़ा है. और उत्तर कोरिया के 11 आदमी समेत 4 संस्थाओं को बैन कर दिया है.
Seoul sanctions North Korean diplomats: पूरी दुनिया में सबको पता है कि दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया में भयंकर दुश्मनी है. दोनों देश एक दूसरे को अपना दुश्मन मानते हैं. तभी तो उत्तर कोरिया ने जैसे ही मिसाइल का सफल टेस्ट किया, दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया के 11 व्यक्तियों और 4 संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी. यह प्रतिबंध इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के नए लॉन्च के जवाब में लगाए गए हैं.
मिसाइल से पूरी दुनिया में हैरानी
गुरुवार को उत्तर कोरिया ने नई ह्वासोंग-19 ICBM को पूर्वी सागर की ओर ऊंचे एंगल पर दागा, जो लगभग एक साल में इस तरह का पहला लॉन्च था. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यदि इसे सामान्य प्रक्षेप पथ पर दागा जाता, तो यह अमेरिका की मुख्य भूमि तक मार करने में सक्षम होता. इससे पूरी दुनिया हैरान है. कुछ लोग इसे झूठा भी समझ रहे हैं.
दक्षिण कोरिया ने क्यों लगाया प्रतिबंध
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि प्रतिबंधित व्यक्तियों में से एक चोई क्वांग-सू पर उत्तर कोरियाई हथियारों और संबंधित वस्तुओं के निर्यात में शामिल होने का शक है. इसके अलावा पाक चुन-सान, सो तोंग-म्योंग, किम इल-सू, चो चुन-सिक और कांग सोंग-सैम ने कथित तौर पर परमाणु और मिसाइल डेवलपमेंट में लगी एक कंपनी के लिए काम किया है और उत्तर कोरियाई सरकार के लिए पैसा कमाया है.
राजनयिक चोई चोल-मिन पर भी प्रतिबंध
चीन में उत्तर कोरिया के दूतावास में तैनात राजनयिक चोई चोल-मिन पर भी प्रतिबंध लगाया गया. चोई चोल-मिन को उनकी पत्नी चोई अन-जोंग के साथ बैलिस्टिक मिसाइल कंपोनेंट और अन्य दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं की खरीद में उनकी भूमिका के लिए प्रतिबंध लगाया गया.
1000 मजदूरों को चीन भेजने का आरोप
चोई चोल-मिन पर 1,000 से अधिक उत्तर कोरियाई श्रमिकों को चीन भेजने में शामिल होने के लिए भी प्रतिबंधित लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया. मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा इम सोंग-सन, चो सोंग-चोल, जू रियांग-वोन और चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया गया. इन पर अपने कर्मचारियों को विदेश भेजकर किम जोंग-उन शासन के लिए नकदी कमाने के शक में प्रतिबंध लगाया गया. चार संस्थाओं में - टोंगबैंग कंस्ट्रक्शन, पैटिसन एस.ए., कुमरुंग कंपनी और ईएमजी यूनिवर्सल ऑटो हैं. प्रतिबंध औपचारिक रूप से 6 नवंबर को लागू होंगे. इनपुट आईएएनएस