Saudi Arabia India Military Exercise: 29 जनवरी को जब भारत और सऊदी अरब की सेना युद्धाभ्यास करेगी तो पाकिस्तान (Pakistan) के सीने पर सांप लोटने वाला है. एक तरफ सऊदी अरब की भारत से नजदीकी तो दूसरी तरफ पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती हो रही है. लेकिन आखिर क्यों भारत और सऊदी की करीबी पाकिस्तान को परेशान कर रही है, ये समझ लेते हैं. रेतीले रेगिस्तान में भारत और सऊदी अरब के रणबांकुरे (India-Saudi Arabia Exercise) जब कदम से कदम और कंधे से कंधा मिलाकर अपनी ताकत दिखाएंगे तो सोचिए, सीमा पार कितनी खलबली मचेगी. सर्द मौसम में कितना तापमान बढ़ेगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत-सऊदी की दोस्ती से टेंशन में पाकिस्तान


बता दें कि भारत और सऊदी अरब की सेना के साझा युद्धाभ्यास को सदा तनसीक नाम दिया गया है, जिसकी गूंज 10 फरवरी तक बुलंद रहेगी. भारतीय सैनिकों के साथ सऊदी अरब के सैनिकों की होने वाली चहलकदमी ने सीमा पार पाकिस्तान की टेंशन बढ़ा दी है. इस टेंशन की जो वजहें सामने आई है उसमें पहला है नए आयाम छूते भारत और सऊदी अरब के रिश्ते और दूसर है पाकिस्तान की सीमा पर युद्धाभ्यास.


पाकिस्तान को नहीं मिलेगी पैकेज वाली भीख!


दरअसल, इस्लामिक स्टेट का कार्ड खेलकर पाकिस्तान दुनिया भर के मुस्लिम देशों के सामने भीख मांगता रहता है. अरब देशों में सऊदी अरब सबसे प्रभावशाली देशों में है और पाकिस्तान सबसे ज्यादा सऊदी के सामने ही हाथ फैलाता है. लेकिन राजस्थान से आने वाली इस आहट ने पाकिस्तान की नींद हराम कर दी है क्योंकि भारत और सऊदी की करीबी उसके पैकेज वाली भीख पर सीधी चोट कर सकता है.


सऊदी ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती


पिछले साल ही पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने पद संभालते ही सऊदी में हाजिरी दी और कंगाली की दहलीज पर खड़े पाकिस्तान के लिए दो जून की रोटी की गुहार लगाई थी. एक तरफ भारत और सऊदी के रिश्ते नए आयाम बना रहे हैं तो दूसरी तरफ सऊदी पाकिस्तान पर लगातार नकेल कस रहा है. दाओस समिट में सऊदी अरब के वित्त मंत्री ने बिना नाम लिए पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती करते हुए कहा था कि हम बिना किसी शर्त के सीधे कर्ज और जमा राशि देते थे लेकिन अब हम इसे बदल रहे हैं.


कितने मजबूत हैं भारत-सऊदी के कारोबारी रिश्ते?


एक तरफ सऊदी अरब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेइज्जत कर रहा है तो दूसरी तरफ सैन्य मोर्चे से लेकर आर्थिक मोर्चे पर भारत के करीब आ रहा है. 2022-23 में भारत ने सऊदी अरब से 42 बिलियन डॉलर आयात किया. जबकि भारत ने 11 बिलियन डॉलर का निर्यात सऊदी अरब को किया. ये भारत कुल व्यापार का करीब 5 फीसदी हिस्सा है.


सैन्य और आर्थिक मोर्चे से इतर दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों ने भी पाकिस्तान की बैचेनी बढ़ा रखी है. सऊदी अरब के मदीना में भारत की हिंदू मिनिस्टर को देखते ही पाकिस्तान में हंगामा मच गया था. दरअसल, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सऊदी अरब के दौरे पर थीं. इस दौरान मदीना में स्मृति ईरानी की तस्वीर जिसमें उन्होंने अपना सिर नहीं ढका था और उनके पीछे पवित्र मस्जिद दिखाई दे रही थी. इन तस्वीरों से पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर हाय-तौबा मच गई थी.


कट्टरपंथ की जंजीरों में जकड़ा हुआ पाकिस्तान दुनिया को इस्लाम का पाठ सीखाने की कोशिश में लगा है जबकि खुद अरब वर्ल्ड इससे कई आगे बढ़ चुका है. सऊदी अरब भी पाकिस्तान के इस दोगलेपन से वाकिफ हो चुका है.