China-Pakistan: पाकिस्तान से इन दिनों उसका जिगरी दोस्त चीन बेहद खफा है. पिछले दिनों पाकिस्तान में चीनी मजदूरों पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें उनकी जान चली गई थी. इसी को लेकर चीन का गुस्सा पाकिस्तान से झेला नहीं जा रहा है. वह किसी भी तरह अपने दोस्त को मनाना चाहता है. 


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इसी को लेकर रविवार को पाकिस्तान ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से उन आतंकियों को सौंपने को कहा है, जो चीन के मजदूरों पर हमला करने में शामिल थे. ये आतंकी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हैं.


मार्च में हुआ था आतंकी हमला


मार्च में अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विस्फोटकों से भरे वाहन को एक बस को टक्कर मारने की घटना में चीन के पांच नागरिकों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी.


चीनी नागरिक दासू हायड्रोपावर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे. यह प्रोजेक्ट इस्लामाबाद से लगभग 300 किमी उत्तर में है.


पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ एक सम्मेलन में कहा, 'चाहे अफगानिस्तान आतंकवादियों पर मुकदमा चलाए या नहीं उसे आतंकवादियों को पाकिस्तान को सौंप देना चाहिए.'


चीनी मजदूरों के परिवारों को मिलेगा मुआवजा


जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, जांच रिपोर्ट के मद्देनजर मंत्री ने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने अफगानिस्तान के अंदर से चीनी नागरिकों पर आतंकी हमले कराए.


पाकिस्तान कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) ने गुरुवार को हमले में मारे गए चीनी कामगारों के परिवारों को 25 लाख 80 हजार अमेरिकी डॉलर देने का फैसला किया.


खैबर पख्तूनख्वा में मारे गए 5 आतंकी


दूसरी ओर, पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार को आतंकवादियों के खिलाफ एक सैन्य अभियान के दौरान कम से कम पांच आतंकवादी मारे गए जबकि पाकिस्तानी सेना के एक कैप्टन सहित दो कर्मियों की जान चली गई.


यह घटना तब हुई जब अधिकारियों ने पेशावर जिले से लगभग 35 किलोमीटर पश्चिम में स्थित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के हसन खेल इलाके में एक खुफिया अभियान चलाया.


(पीटीआई इनपुट के साथ)