Balochistan Movement in Pakistan Latest Updates: जम्मू कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान परस्त आतंकियों के कायरना हमले ने एक बार फिर से भारत को जख्म दिया है. चार जवानों की शहादत के बाद हिंदुस्तान का गुस्सा उबल रहा है. ये भी तय है कि आतंकियों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी. इसका खामियाजा उस पाकिस्तान को भी भुगतना होगा, जो भारत पर हमला करने वाले आतंकी संगठनों को खाद पानी दे रहा है. 1971 में पाकिस्तान के 2 टुकड़े हुए थे लेकिन 2024 में पाकिस्तान चार टुकड़ों में टूट जाएगा. 


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क्रोध में उलब रहा भारत


भारत की धरती पर एक बार फिर से पाकिस्तान परस्त आतंकियों ने कायराना हमला किया है. आतंक की खेती करने वाले पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों ने एक बार फिर चेहरा बदलकर भारत को जख्म दिया है. भारतीय सेना पर हुए कायराना हमले में चार जवानों की शहादत हुई है. नायक बीरेंद्र सिंह, नायक करण कुमार, रायफल मैन चंदन कुमार और रायफल मैन गौतम कुमार की शहादत से भारतीय सेना और हिंदुस्तान क्रोध में उबल रहा है.


पाकिस्तान को चुकानी होगी बड़ी कीमत


ये गलती आतंकियों को बहुत भारी पड़ने वाली है. और आतंक की खेती करने वाले पाकिस्तान को भी इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी. 1971 में दो टुकड़ों में बंटा पाकिस्तान अब चार टुकड़ों में टूटेगा, जिसकी झलक भी अब दिखाई देने लगी है. आतंकियों की खेती करने वाला पाकिस्तान आवाम को भूल गया है. अब ये आवाम किसी भी तरह पाकिस्तान से मुक्ति चाहती है और हिंदुस्तान की तरफ देख रही है. 
 
चार टुकड़ों में बंटेगा पाकिस्तान!


बलोचिस्तान 


सिंध देश 


खैबर पख्तूनख्वा


पीओके  


पाकिस्तानी पत्रकार भी समझ रहे हकीकत


क्यों होगा पाकिस्तान टुकड़े टुकड़े अब आप ये समझिए. अब तो पाकिस्तान के सबसे बड़े पत्रकार भी अपने मुल्क के नेताओं को अल्टीमेटम देने लगे हैं. पाकिस्तानी पत्रकार मीर ने पाकिस्तानी सरकार को चेताते हुए, बलोचिस्तान में कोई बहुत बड़ा जुलूस नहीं निकल रहा. कोई बड़ा विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा तो सब ठीक है. जो लोगों के दिलों में नफरत बढ़ रही है और खास तौर पर जो बलोचिस्तान की औरतें हैं. अगर आप उनसे बात करें तो उनकी बात में आपको ज्यादा शिद्दत नजर आएगी. मर्दों में उतनी नहीं है जब माएं बेटियों बहनों के दिल नफरतों से भर जाएं तो आप यहां इस्लामाबाद में बैठकर जितना कहें मेरी कुर्सी यहां पर मौजूद है..तो कुर्सी मौजूद है लेकिन अगर आपके लिए किसी मां बहन बेटी के दिल में नफरत का लावा पक रहा है तो ये आपकी नाकामी है और ये रियासत की भी नाकामी है. 


बलोच महिलाओं ने संभाली कमान


चलिए अब समझिए हामिद मीर जो आजकल पाकिस्तान में वायरल हैं ऐसी बात क्यों कह रहे हैं और बलाचिस्तान में क्या चल रहा है कि बहुत जल्द उसके पाकिस्तान से अलग होने की बात की जा रही है. बलोचिस्तान में बगावत की कमान अब महिलाओं और बच्चों ने संभाल ली है. पाकिस्तान की सेना द्वारा अगवा किए गए पुरुषों का पता लगाने वो तस्वीरों के साथ इस्लामाबाद के लिए निकलीं. जहां इस्लामाबाद पुलिस ने उनके साथ बुरा सुलूक किया. 


अज्ञात जगह गायब करने का खतरा


महिलाओं के साथ इस बदसलूकी के वक्त हामिद मीर वहां पर मौजूद थे. हामिद ने सब कुछ अपनी आंखों से देखा. जब पाकिस्तान की पुलिस पिटाई करके उन्हें गाड़ियों में ठूंसने लगी तो हामिद घटना का वीडियो बनवाने लगे. किस तरह हामिद मीर को वीडियो बनाने से रोकने एक पुलिस वाला पहुंचा, जिस पर दोनों में बहस हो गई. पुलिस वाले इन महिलाओं को लेकर किसी अज्ञात जगह पर जा रहे थे..ऐसे में इनके भी गायब होने का खतरा था. 


हामिद ने भी देखा पुलिसिया जुल्म


काफी देर बहस के बाद भी हामिद मीर को पीछे न हटता देख वह शख्स वहां से निकल गया. इस दौरान एक बलोच लड़की ने पुलिस के हाथों पकड़े जाने से बचने के लिए हामिद मीर को कस के पकड़ रखा था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद हामिद मीर बलोच प्रदर्शनकारियों के हीरो बन गए हैं. हामिद मीर ने टीवी पर भी बताया किस तरह पुलिस बलोच महिलाओं का दमन कर रही है और अदालत में भी झूठ बोल रही है. 


कोर्ट में भी बोल रहे हैं झूठ


उन्होंने बताया कि इस्लामाबाद पुलिस के आईजी ने कोर्ट को बताया कि तमाम महिलाओं को रिहा कर दिया गया है. इसके बाद शाम को 3 मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि औरतों और बच्चों को रिहा कर दिया गया है. लेकिन हकीकत ये है कि जब वज़ीर साहबान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे वो तब भी महिला पुलिस स्टेशन में बंद थीं और उनको रिहा करने के बजाय बाई रोड क्वेटा ले जाया जा रहा है. बलोचिस्तान में जो कुछ हो रहा है उससे पाकिस्तान के लोग भी वाकिफ हैं..किस तरह पाकिस्तान की सरकार और पुलिस बलोचिस्तान में दमन कर रही है. 


संसाधन बलोचिस्तान के, मजे पाकिस्तान के 


बलोचिस्तान के संसाधनों से फायदा उठाया जाता है आज बलोचिस्तान के लोग भी प्रोटेस्ट कर रहे हैं. बलोचिस्तान के लोग जो वहां से गैस निकलती है उससे महरूम हैं. वो सारा इलाका फिर जहां से कोई चीज़ हासिल करते हैं दूसरे लोग, फिर जहां से वो निकलती है उनका पहला हक नहीं है कि उनको पहले सुविधाएं मुहैया करें. फिर उसके बाद दूसरी जगह लेकर जाएं. जो लोग आभाव का शिकार होते हैं, उसके बाद शिकायतें बनती हैं. वो शिकायतें इंटरनेशनल फोरम पर लेकर जाते हैं. फिर वो नुकसान वाली हो जाती हैं. बलोचिस्तान के लोगों के दिल में जल रही ये आग पाकिस्तान से अलग होकर ही ठंडी होगी.