Pakistan Vs Taliban : काल बन कर टूट पड़े तालिबानी लड़ाके, पोस्ट छोड़ भाग खड़े हुए पाकिस्तानी जवान
Pakistan Afghanistan Tension: पाकिस्तानी सीमावर्ती जिले कुर्रम के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि अफगान सिक्योरिटी फोर्सेज ने इलाके पर मोर्टार के गोलों से हमला किया.
Pak Afghan Border: अफगान इलाकों में पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक के बाद काबुल ने जवाबी कार्रवाई की है. अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को निशाना बनाया है. हालांकि एएफपी के मुताबिक अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर झड़पों के बाद अब शांति कायम है. बता दें पाकिस्तान ने 18 मार्च की सुबह अफगानिस्तान के खोस्त और पक्तिका प्रांतों के सीमावर्ती इलाकों में एयर स्ट्राइक की थीं.
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसके बॉर्डर फोर्सेज ने जवाबी कार्रवाई में सीमा पर पाकिस्तानी सेना की चौकियों को 'भारी हथियारों' से निशाना बनाया.
पाकिस्तानी सीमावर्ती जिले कुर्रम के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया कि अफगान सिक्योरिटी फोर्सेज ने इलाके पर मोर्टार के गोलों से हमला किया.
अफगान हमलों में 9 लोग घायल
पाकिस्तान अधिकारी ने बताया, 'अफगान हमले की वजह से, तीन सुरक्षा चौकियों और नागरिकों के पांच घरों को नुकसान पहुंचा, चार सुरक्षाकर्मियों सहित नौ लोग घायल हो गए.' उन्होंने कहा, 'सीमा पर सन्नाटा पसरा हुआ है और सुरक्षा बलों ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है.'
तालिबान का दावा पाकिस्तानी हमले में मारे गए आठ लोग
इससे पहले इस्लामाबाद ने कहा कि उसने उन आतंकवादियों को निशाना बनाया है जो उसकी धरती पर हाल ही में हुए हमले के लिए जिम्मेदार थे. हालांकि तालिबान अधिकारियों ने दावा किया कि पाकिस्तान की बमबारी में आठ नागरिक, सभी महिलाएं और बच्चे मारे गए।
शनिवार (16 मार्च) को, उत्तरी वजीरिस्तान के मीर अली इलाके में सुरक्षा बलों की चौकी पर हुए आतंकी हमले में कम से कम सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे. पाकिस्तानी तालिबान नेता हाफिज गुल बहादुर के ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
इस हमले के बाद रविवार को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया था. इसके एक दिन बाद ही अफगानिस्तान ने दावा किया कि उसके इलाके में पाकिस्तान ने एयर स्ट्राइक की.
बॉर्डर पर बढ़ा तनाव
2021 में तालिबान सरकार के सत्ता पर कब्ज़ा करने के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा तनाव लगातार बढ़ गया है. इस्लामाबाद ने काबुल की तालिबान सरकार पर आतंकवादी लड़ाकों को पनाह देने, उन्हें पाकिस्तानी धरती पर बेखौफ हमला करने की इजाजत देने का आरोप लगाया है। हालांकि काबुल ने आरोपों से इनकार किया है.
विवादित सीमा पर चौकियों के निर्माण को लेकर भी नियमित रूप से झपड़ें होती रहती हैं. इमिग्रेशन असहमति की वजह से अक्सर बिजनेस क्रॉसिंग बंद कर दिए जाते हैं.
पाकिस्तान में 650 से अधिक आतंकी हमले
पिछले साल पाकिस्तान में 650 से अधिक आतंकी हमले हुए. इन हमलों में लगभग 1,000 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश सुरक्षाकर्मी थे. ज्यादातर हमलों में खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के पश्चिमी प्रांतों को निशाना बनाया गया, जो अफगानिस्तान की सीमा से लगे हैं. पाकिस्तान इन हमलों के लिए मुख्य तौर पर टीटीपी को जिम्मेदार ठहराता है. 2007 में अपनी स्थापना के बाद से, टीटीपी ने पाकिस्तान में नागरिकों और कानून प्रवर्तन कर्मियों को निशाना बनाया है, जिसके चलते हजारों लोगों की जान गई हैं.