पाकिस्तानी जासूसों ने कश्मीरी पत्रकार को किया अगवा, हाईकोर्ट ने मांगी रिपोर्ट; ISI को सता रहा कौन सा डर?
लाहौर हो या कराची या फिर इस्लामाबाद या पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर वहां ऐसा लगता है कि कानून नाम की कोई चीज नहीं है. जिन पर लोगों की सुरक्षा करने का जिम्मा है वो खुद भक्षक बन गए हैं. पुलिस-प्रशासन नाम की चिड़िया के पर कतर दिए गए हैं.
Pakistan News: लाहौर हो या कराची या फिर इस्लामाबाद या पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर वहां ऐसा लगता है कि कानून नाम की कोई चीज नहीं है. जिन पर लोगों की सुरक्षा करने का जिम्मा है वो खुद भक्षक बन गए हैं. पुलिस-प्रशासन नाम की चिड़िया के पर कतर दिए गए हैं. इसकी ताजा मिसाल एक बार फिर पाकिस्तान में मिली जहां इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने सुरक्षा एजेंसियों से कश्मीरी पत्रकार के कथित अपहरण पर रिपोर्ट मांगी है. इस्लामाबाद (HC) के जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी ने एजेंसियों की कथित भूमिका पर देश के रक्षा सचिव से रिपोर्ट तलब की है.
बुधवार को हुआ अपहरण
'डॉन' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को इस बात का खुलासा हुआ कि कि कश्मीरी कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह को अगवा करने में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों का हाथ है. पाकिस्तान में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति काफी खराब है. मुल्क की माली हालत भी ठीक नहीं है. लोग दाने दाने को मोहताज हैं. पीएम शहबाज शरीफ जैसे तैसे कर्ज का इंतजाम करके देश की गाड़ी को धक्का मारकर खींच रहे हैं.
महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में बवाल मचा है. क्राइम रेट में इजाफा हुआ है. ऐसे में पत्रकार के अपहरण की खबर ने बहुत से लोगों को चिंता में डाल दिया है.
पीओके में बवाल जारी
शाह का कथित तौर पर बुधवार को उनके घर से अपहरण कर लिया गया था. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने अधिकारियों से उनकी तत्काल रिहाई की मांग की थी.
(इनपुट: PTI)