Trial run of air taxi successful in China: साइंस फिक्शन फिल्मों में आपने हवा में उड़ने वाली गाड़ियां तो खूब देखी होंगी. वे सभी गाड़ियां कंप्यूटर ग्राफिक्स की मदद से हवा में उड़ती हुई दिखाई जाती हैं. हालांकि वास्तविक जीवन में, जैसे-जैसे शहरी आबादी बढ़ती जा रही है और सड़कों पर ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे हैं, वैसे- वैसे सस्ते-सुलभ एयर ट्रैफिक का इंतजार भी तेज हो गया है. 


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ट्रायल हुआ पूरा


हाल ही में, चीन में स्वतंत्र रूप से विकसित दो टन वाले इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग विमान ने सफलतापूर्वक ट्रायल उड़ान पूरी की. इसे भविष्य की एयर टैक्सी माना जा रहा है. एम1 को शंघाई की एक विमान प्रौद्योगिकी कंपनी ने डिजाइन और विकसित किया है. यह एक इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग विमान है, जो 10 मीटर लंबा, 3 मीटर ऊंचा है. इसमें 15 मीटर लंबा पंख लगा है और यह 2 टन वजनी है.


चालक रहित प्लेन


यह विमान चालक रहित है. इसे 250 किलोमीटर दूरी तक की यात्रा के लिए डिजाइन किया गया है. इसकी स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह प्लेन अधिकतम भार 500 किलोग्राम का वजन ले जा सकता है. एक वक्त में अधिकतम 5 लोग इस एयर टैक्सी से सफर कर सकते हैं. यह विमान हवाई फोटोग्राफी ड्रोन, कृषि संयंत्र संरक्षण ड्रोन और औद्योगिक ड्रोन के बराबर है.


खड़े-खड़े भर लेता है उड़ान


इस एयर टैक्सी की उड़ान के लिए रनवे की जरूरत नहीं होती. यह लंबवत रूप से यानी खड़े-खड़े ही एक जगह से उड़ान भर सकता है और ऐसे ही उतर भी सकता है. अपनी इलेक्ट्रिक ड्राइव की वजह से यह कम शोर और शून्य कार्बन उत्सर्जन करता है.


चीन की पहली स्वनिर्मित एयर टैक्सी


इस वर्ष मार्च के अंत में, पहला एम1 विमान आधिकारिक तौर पर कारखाने के उत्पादन लाइन से बाहर निकला. इसने सितंबर में उड़ान परीक्षणों का पहला दौर शुरू किया और अक्टूबर में अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की, जो चीन का स्वनिर्मित पहला दो टन वाला इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग विमान बन गया.


(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
(एजेंसी आईएएनएस)