Zakir Naik: `मोदी से बहुत फायदा हुआ, अल्लाह ताला की ये प्लानिंग है` पाकिस्तान जाने से पहले बोला जाकिर नाइक
Zakir Naik on India Visit: विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक एक बार फिर चर्चा में है. उसने कहा है कि पाकिस्तान जाने की तमन्ना काफी पहले से थी. अब जा रहा हूं. वह अगले महीने पाक के कई शहरों में तकरीर देगा. पाकिस्तानी यूट्यूबर को दिए इंटरव्यू में उसने पीएम नरेंद्र मोदी और अपने बचपन की काफी चर्चा की है.
पाकिस्तान की धरती पर कदम रखने से पहले भड़काऊ भाषण देने वाले इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने कई नई बातें बताई हैं. एक पाकिस्तानी यूट्यूबर को दिए इंटरव्यू में उसने कहा कि पहले मैं पाकिस्तान जाता तो भारत के लोग इल्जाम लगा देते कि मैं आईएसआई से मिला हुआ हूं, बाकी मैं पाकिस्तान से मोहब्बत करता हूं. उसने बताया, 'दुनिया में सबसे ज्यादा किसी राजदूत से मिला हूं तो वो पाकिस्तानी एंबेसडर ही हैं. सऊदी हो, यूएई हो... हर जगह पाकिस्तानी दूत से मुलाकात हो जाती है.'
उनकी लिस्ट में तो मैं आतंकी नंबर 1
आगे उसने कहा कि 2019 में मुझे लग गया था कि अब भारत जाने के चांसेज नहीं हैं. 2020 में पाकिस्तान जाने की प्लानिंग भी थी लेकिन कोविड आ गया. ऐसे में प्लान रद्द हो गया. पाक यूट्यूबर ने फिर से सवाल दोहराया तो जाकिर ने कहा कि इंडिया जाना तो एकदम आसान है लेकिन बाहर निकलना मुश्किल है. जाकिर ने कहा, 'जाने पर तो वे रेड कॉर्पेट बिछाएंगे. आओ भाई आओ... अरेस्ट कर लेंगे. जाहिर है. उनकी लिस्ट में नंबर 1 आतंकवादी जाकिर नाइक है.'
मोदी से फायदा हुआ...
आगे विवादित मुस्लिम उपदेशक ने कहा, 'एक बात ये है कि मोदी से बहुत फायदा भी हुआ... अल्लाह ताला की ये प्लानिंग है. जो लोग इस्लाम के दुश्मन हैं उनसे भी बहुत से अच्छे काम करवा लेता है.' पीएम मोदी को मशविरा देने के सवाल पर जाकिर ने कहा कि 10 साल तो बहुत अच्छा रहा लेकिन इस बार उनकी पॉपुलैरिटी बहुत कम हो गई है. उन्होंने खुद कहा था कि हम 400 पार करेंगे. अल्लाह की मदद से बीजेपी को अकेले 50 प्रतिशत (वोट शेयर) भी नहीं मिले. गठबंधन से फिर से प्रधानमंत्री बन गए लेकिन लोग जो उन्हें खुदा मानने लगे थे, वो अब कम हो गया. स्पष्ट बहुमत होता तो कुछ भी कर सकते थे. मनमानी कर सकते थे.
हां, मैं हकलाता हूं...
इंटरव्यू के एक हिस्से में जाकिर नाइक ने अपने बचपन का किस्सा सुनाया. उसका बचपन मुंबई में बीता है. उसने कहा कि बचपन में मैं शरारती था. उसने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि बचपन से वह हकलाता रहा है. कहा कि पब्लिक स्पीकिंग वाले सब्जेक्ट में मुझे P/F (पास-फेल) मिलता था. जाकिर ने मुंबई के एक क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ाई की है. उसने कहा कि लेकिन वहां 80 फीसदी मुसलमान बच्चे पढ़ते थे. कॉलेज में वह रेसिंग में गोल्ड मेडल जीता था.
क्रिकेट पर भी दिया 'ज्ञान'
जाकिर ने कहा कि क्रिकेट 'वेस्ट ऑफ टाइम' खेल है क्योंकि उसमें एक्सरसाइज ज्यादा नहीं है. इंटरव्यू में जाकिर ने कहा कि इंडिया छोड़ने का अफसोस तो है. खुले मैदान में मजमा मिस करता हूं. उसमें 25 फीसदी नॉन-मुस्लिम होते थे. जाकिर ने कहा कि भारत की तरह का मजमा पाकिस्तान, बांग्लादेश या इंडोनेशिया में हो सकता है. उसने बताया कि वह बांग्लादेश कभी नहीं गया है.
भारत में जाकिर नाइक वॉन्टेड है. नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामले उस पर चल रहे हैं. फिलहाल वह मलेशिया में अपना प्रॉपगेंडा चला रहा है. आज उसने सोशल मीडिया पर अपने पाकिस्तान दौरे के बारे में जानकारी भी साझा की है.