Australia में रंग बदलने वाली पहाड़ी, यूनेस्को धरोहर में शामिल; पवित्रता की वजह से चढ़ना मना
आखिर कैसे इस पहाड़ी का रंग बदलता रहता है, इसे जानने की उत्सुकता हर किसी में रहती है. इसीलिए ये पहाड़ी दुनियाभर के लोगों के बीच एक आश्चर्य की तरह है.
रंग बदलने वाली पहाड़ी
डॉर्विन: क्या आप जानते हैं रंग बदलने वाली पहाड़ी के बारे में? जी हां, ये सच है कि ऑस्ट्रेलिया की एक पहाड़ी अपना रंग बदलती रहती है. जिसकी वजह से इस पहाड़ी को यूनेस्को ने विश्व की धरोहरों में शामिल किया है. इस पहाड़ी का नाम उलुरू पहाड़ी (Uluru Rock) है, जो उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में है.
आयर्स रॉक नाम से भी मशहूर
ये पहाड़ी आस्ट्रेलिया (Australia) के उत्तरी इलाके में है, जिसे आयर्स राक (Ayers Rock) भी कहा जाता है.ये पहाड़ी हर रोज सुबह से लेकर शाम तक रंग बदलती है. यही नहीं, ये पहाड़ी हर मौसम में उसका रंग बदलता है.
रंग क्यों बदलती है पहाड़ी?
आखिर कैसे इस पहाड़ी का रंग बदलता रहता है, इसे जानने की उत्सुकता हर किसी में रहती है. इसीलिए ये पहाड़ी दुनियाभर के लोगों के बीच एक आश्चर्य की तरह है. दरअसल, इसके पत्थर की संरचना विशेष तरह की है. सूर्य से आने वाली किरणों के दिनभर बदलते कोण और मौसम में बदलाव पर इसके रंग बदलते रहते हैं. ये पहाड़ी बलुआ पत्थर यानि सैंडस्टोन से बनी है, जिसे कांग्लोमेरेट भी कहते हैं.
ज्यादा बड़ी नहीं है पहाड़ी
ये अंडाकार पहाड़ी 335 मीटर ऊंची है और इसकी गोलाई 07 किलोमीटर है जबकि चौड़ाई है 2.4 किलोमीटर. सामान्य तौर पर इस चट्टान का रंग सामान्यतौर पर लाल रहता है.
सुबह और शाम बदलता है रंग
इसके रंगों में चमत्कारी बदलाव सुबह सूरज के निकलने के समय और शाम को सूर्यास्त के समय होता है. जब सुबह सुबह सूरज की किरणें इस पर पड़ती हैं तो ऐसा लगता है कि मानो पहाड़ी पर आग लगी हुई है और इसमें से बैंगनी और गहरे लाल रंग की लपटें निकल रही हों.