US Elections: बाइडेन जीत से `6 कदम` दूर, ट्रंप फिर भी पलट सकते हैं बाजी
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच कांटे का मुकाबला चल रहा है और अंतिम परिणाम किसी के भी पक्ष में जा सकते हैं.
बाइडेन की जीत के लिए सिर्फ 6 वोटों की कमी
मीडिया के मुताबिक अब तक बाइडेन को 264 इलेक्टोरल वोट मिल चुके हैं, जबकि ट्रंप के खाते में 214 इलेक्टोरल वोट आए हैं. इस लिहाज से बाइडेन का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए किसी उम्मीदवार के पक्ष में 270 इलेक्टोरल वोट होने चाहिए. यानी इलेक्टोरल वोट के बहुमत से बाइडेन सिर्फ 6 वोट ही दूर हैं.
इन राज्यों में अभी भी चल रही है काउंटिंग
जानकारी के अनुसार, अमेरिका के 5 राज्यों में अभी भी वोटों की काउंटिंग जारी है, जिनमें से अधिकतर राज्यों में डोनाल्ड ट्रंप आगे चल रहे हैं. ऐसे में ट्रंप अभी भी रेस में बने हुए हैं. फिलहाल पेंसिलवेनिया (20 इलेक्टोरल वोट), नॉर्थ कैरोलिना (15 इलेक्टोरल वोट), जॉर्जिया (16 वोट), अलास्का (3 वोट) और नेवादा (6 वोट) में काउंटिंग चल रही है. सिर्फ नेवादा में बाइडेन बढ़त बनाए हुए हैं. जबकि अन्य सीटों पर ट्रंप आगे चल रहे हैं. ऐसे में यदि नेवादा में बाइडेन जीत जाते हैं तो उनको बहुमत के लिए जरूरी 270 वोट मिल जाएंगे क्योंकि पहले ही वे 264 वोट हासिल कर चुके हैं. लेकिन बाकी चारों राज्यों में ट्रंप को बढ़त है.
2 वोटों से जीत सकते हैं बाइडेन
मौजूदा स्थिति के अनुसार, इन राज्यों में डोनाल्ड ट्रंप की बढ़त यदि जीत में तब्दील हो जाती है तो उनको इन चार राज्यों के 54 वोट मिल जाएंगे. वह 214 वोट हासिल कर चुके हैं. इस सूरतेहाल में उनको 268 वोट मिल जाएंगे लेकिन फिर भी बहुमत के जादुई आंकड़े से वे दो वोटों से पीछे रह जाएंगे. ऐसे में सबकी निगाहें अंत में नेवादा के 6 इलेक्टोरल वोट पर टिक सकती हैं जहां बाइडेन को बढ़त है. इन समीकरणों को देखते हुए कांटे का मुकाबला चल रहा है.
फ्लिप स्टेट कर सकते हैं ट्रंप की मदद?
ऐसी स्थिति में चुनाव जीतने के लिए अब डोनाल्ड ट्रंप को फ्लिप स्टेट ही बचा सकते हैं. यानी अगर डोनाल्ड ट्रंप नेवादा (6 इलेक्टोरल वोट) में भी जीत हासिल कर लेते हैं तो बहुमत उनके पक्ष में हो सकता है. नेवादा में अभी सिर्फ 75 फीसदी वोट ही गिने गए हैं, ऐसे में अंत में मुकाबला किसी के भी पक्ष में जा सकता है.
अंतिम नतीजे आने तक कुछ फाइनल नहीं
इससे पहले मिशिगन में भी ऐसा ही हुआ था, जहां पहले डोनाल्ड ट्रंप जीत हासिल करने की कगार पर थे लेकिन अंत में जो बाइडेन के पक्ष में नतीजे घूम गए और पूरा राज्य जो बाइडेन के खाते में चला गया. यही कारण है कि अंतिम वोट गिने जाने तक किसी भी नतीजे को फाइनल नहीं माना जा रहा है.