Putin के इस फैसले से खौफ में आया Wagner ग्रुप! रूस के एजेंट्स ने दी थी ये धमकी
Russia में विद्रोह छेड़ने के बाद निजी सेना वैगनर समूह ने घोषणा की कि वह मॉस्को के आगे अपने कदमों को नहीं बढ़ाएगा. वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने तनाव कम करने के लिए मॉस्को से वापस लौटने का फैसला किया.
Wagner Leaders: रूस में विद्रोह छेड़ने के बाद निजी सेना वैगनर समूह ने घोषणा की कि वह मॉस्को के आगे अपने कदमों को नहीं बढ़ाएगा. वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने तनाव कम करने के लिए मॉस्को से वापस लौटने का फैसला किया. ऐसे में आखिर वो कौन सी वजह रही कि आक्रामक रुख अपनाने के बाद प्रिगोझिन अचानक नरम पड़ गए, दुनिया भर में लोग ये जानने को उत्सुक हैं.
क्या ये रही है वजह?
कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया कि रूसी खुफिया एजेंसियों द्वारा वैगनर ग्रुप के नेताओं के परिवारों को नुकसान पहुंचाने की धमकी जारी करने के बाद प्रिगोझिन ने मॉस्को पर अपनी प्रगति रोकने का फैसला किया. इस धमकी के बाद नेताओं के परिवारों की सुरक्षा सीधे तौर पर ख़तरे में पड़ गई.
द टेलीग्राफ के अनुसार, वैगनर ग्रुप में लड़ाकों की वास्तविक संख्या 8,000 है, जबकि पहले संकेतित 25,000 थी. रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि यदि रूसी राजधानी पर कब्जा करने का प्रयास किया गया होता, तो उन्हें हार का सामना करना पड़ता. अब, यह संभावना जताई जा रही है कि व्लादिमीर पुतिन वैगनर समूह के सैनिकों को रूसी सेना में शामिल करने की योजना पर काम करेंगे. यह भी कहा जा रहा है कि ग्रुप के पूर्व लीडरों से छुटकारा पाने की भी कोशिश की जाएगी.
इस कार्रवाई को वैगनर समूह के कथित खतरे और स्थिति पर नियंत्रण लेने का एक तरीका माना जा रहा है. क्रेमलिन की घोषणा के अनुसार, येवगेनी प्रिगोझिन कथित तौर पर देशद्रोह के आरोप में माफ़ी के बदले बेलारूस जाएंगे. हालांकि, प्रिगोझिन ने इस सुझाव पर सीधे तौर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
पुतिन के लिए सबसे बड़ी चुनौती
पुतिन को अब 2000 में सत्ता में आने के बाद से अपने अधिकार के लिए सबसे गंभीर चुनौती से निपटना होगा, जो चौंकाने वाली घटनाओं की एक श्रृंखला के बाद हुई थी, जिसे दुनिया ने करीब से देखा था और यूक्रेन ने खुशी जताई थी.
एक रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर के मुखर बॉस येवगेनी प्रिगोझिन को जाहिरा तौर पर बेदाग बेलारूस भेजा जा रहा है, लेकिन हो सकता है कि उन्होंने अभूतपूर्व तरीके से सांड़ को लाल कपड़ा दिखा दिया हो.
वैगनर समूह के आडंबरपूर्ण प्रमुख प्रिगोझिन शनिवार को बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत रूस छोड़कर पड़ोसी देश बेलारूस जाने पर सहमत हो गए. बहुत कुछ अस्पष्ट है, जैसे वैगनर और यूक्रेन युद्ध में प्रिगोझिन की भूमिका का क्या होगा, और क्या उसके सभी लड़ाकों को रूस की सेना के साथ अनुबंधित किया जाएगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि वैगनर बॉस के लिए भी खतरा टला नहीं है. सीएनएन के पूर्व मॉस्को ब्यूरो प्रमुख और रूसी मामलों के लंबे समय से विशेषज्ञ जिल डौघर्टी ने कहा,पुतिन गद्दारों को माफ नहीं करते. भले ही वह कहते हैं, प्रिगोज़िन, तुम बेलारूस जाओ, वह अभी भी एक गद्दार है और मुझे लगता है कि पुतिन उसे कभी माफ नहीं करेंगे.
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह संभव है कि हम प्रिगोझिन को बेलारूस में मारे जाते देख सकते हैं - लेकिन मॉस्को के लिए यह एक कठिन दुविधा है क्योंकि जब तक प्रिगोझिन को किसी प्रकार का समर्थन प्राप्त है, वह एक खतरा है, चाहे वह कहीं भी हो.