Russia India Ties: जैसे 'हीरा है सदा के लिए'. कुछ वैसे ही रूस, भारत के लिए सबसे वफादार दोस्त रहा है. दशकों पहले जब-जब भारत को दबाने की कोशिश हुई तब रूस ने मजबूती से हमारा साथ दिया और सुरक्षा हितों का ध्यान रखा. लंबे समय बाद जब 'दुनिया का दारोगा' की छवि रखने वाले अमेरिका (US) ने खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू के मर्डर की साजिश (Gurpatwant Singh Pannun murder plot) रचने का आरोप भारत पर लगाया तब भी रूस ने भारत का समर्थन करते हुए अमेरिकी दावों पर सवाल उठाए और उन्हें प्रोपेगेंडा करार दिया है.


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अमेरिकी दावों में दम नहीं: मारिया 


खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ हत्या की साजिश रचने के अमेरिकी आरोपों को खारिज करते हुए रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने कहा, 'वाशिंगटन ने इस मामले में भारतीय नागरिकों की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं दिया है. ऐसे में
हमारे पास मौजूद जानकारी के मुताबिक अमेरिका बस आरोप लगा रहा है. सबूतों के अभाव में अटकलें लगाना गलत है. ऐसे भ्रामक दावों को स्वीकार नहीं किया जा सकता.' 


रूस ने दिखाया अमेरिका को आईना


मारिया ने अपनी बात खत्म करने के साथ ही अमेरिका को आइना दिखाया. रूसी प्रवक्ता ने ये भी कहा, 'अमेरिका, नई दिल्ली के खिलाफ लगातार निराधार आरोप लगा रहा है, ऐसे में हमारा मानना है कि अमेरिका न सिर्फ भारत बल्कि कई अन्य देशों पर ऐसे निराधार आरोप लगाता आया है. वे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करते हैं. भारत पर आरोप अमेरिकी मानसिकता में पनप रही गलतफहमी का प्रतीक और भारत का अनादर है. हमें उम्मीद है कि अमेरिका अपनी नव-उपनिवेशवादी मानसिकता, औपनिवेशिक कालीन मानसिकता और साम्राज्यवादी मानसिकता की सोच के दायरे से बाहर आएगा.'


भारत के दोस्त रूस ने कहा कि ऐसे आरोप भारत की आंतरिक राजनीतिक स्थिति को असंतुलित करने की इच्छा मात्र हैं, जबकि ऐसी बयानबाजी भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप प्रतीत होते है. 


'द वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि भारत, अब रूस और सऊदी अरब की तरह अपने दुश्मनों को निपटाने की कोशिश कर रहा है. जखारोव की ये टिप्पणी एक भारतीय पर हत्या की साजिश रचने के आरोपों पर मॉस्को की प्रतिक्रिया को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में आई. 


 


भारत ने दो टूक खारिज किए थे आरोप


नवंबर, 2023 में अमेरिका ने पन्नू के मर्डर प्लॉट रचने का आरोप भारत पर जड़ा था. इस केस में अमेरिकी दावों को लेकर भारत ने जरूरी कदम उठाए हैं. अमेरिका ने तब ये दावा भी किया था कि उसने टॉप सीनियारिटी लेवल पर, भारत के साथ अपनी सुरक्षा संबंधी चिंताएं साझा की थीं. जिनमें 'संगठित अपराधियों, बंदूकों का कारोबार करने वालों और आतंकवादियों के बीच सांठगांठ' पर इनपुट साझा किया गया था.


कौन है पन्नू?


खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिकी-कनाडाई नागरिक है. वो सिख फॉर जस्टिस का जनरल काउंसिल और भारत में एक नामित आतंकवादी है. पन्नू को मारने की कथित साजिश के बारे में कनाडा की ओर से भी बयानबाजी हुई थी. तब से लेकर अबतक न तो कनाडा और न ही अमेरिका किसी ने भी एक भी ठोस सबूत नहीं दिया है. इससे पहले कनाडाई PM ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भारत सरकार के एजेंट जिम्मेदार हो सकते हैं. भारत ने आरोपों का पुरजोर खंडन करते हुए उन्हें बेतुका बताया था.


(इनपुट: ANI)