Russia-Ukraine War: यूक्रेन से युद्ध के बीच पुतिन ने लिया ऐसा फैसला, पूरी दुनिया की बढ़ेगी मुसीबत
Black Sea Grain Deal: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच एक ऐसा कदम उठाया है, जिसका असर दुनियाभर के देशों पर पड़ेगा.
World News in Hindi: रूस और यूक्रेन के बीच करीब डेढ़ साल से युद्ध जारी है और रूसी सेना लगातार यूक्रेन के शहरों पर हमले कर रही है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने एक बड़ा कदम उठाया है और यूक्रेन को झटका दिया है. दरअसल, रूस ने काला सागर अनाज निर्यात सौदे में अपनी भागीदारी खत्म कर दी है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मॉस्को से संबंधित समझौते का हिस्सा पूरा नहीं होने के कारण यह कदम उठाया गया है.
17 जुलाई थी समय सीमा
सरकारी टीएएसएस समाचार एजेंसी ने पेस्कोव के हवाले से कहा, 'काला सागर समझौते अब प्रभावी नहीं हैं. समय सीमा, जैसा कि रूसी राष्ट्रपति ने पहले कहा था, 17 जुलाई है. दुर्भाग्य से, काला सागर समझौते का वह हिस्सा जो रूस से संबंधित है, अभी तक पूरा नहीं हुआ है. परिणामस्वरूप, इसे समाप्त कर दिया गया है.'
पूरी दुनिया पर पड़ेगा इसका असर
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के इस फैसले का असर दुनियाभर पर पड़ेगा, क्योंकि इस समझौते की वजह से वैश्विक खाद्य की कीमतों को 20 प्रतिशत तक कम रखने में मदद मिली थी. बता दें कि रूस और यूक्रेन दोनों ही बड़े स्तर पर गेहूं का निर्यात करते हैं. इस समझौते के खत्म होने की खबर आते ही वैश्विक बाजार में गेहूं की कीमतों में 3.5 फीसदी से अधिक की उछाल देखने को मिली है.
क्रीमिया ब्रिज पर हमले से कोई नहीं है कनेक्शन
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने यह भी स्पष्ट किया कि सौदे की समाप्ति का केर्च पुल पर अनिर्दिष्ट आपातकालीन घटना से कोई लेना-देना नहीं है, जो रूस की मुख्य भूमि को कब्जे वाले क्रीमिया प्रायद्वीप से जोड़ता है. क्रेच पुल की घटना में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया. पेस्कोव ने कहा, 'अनाज सौदे में भागीदारी के निलंबन पर रूस की स्थिति आज क्रीमिया पुल पर आतंकवादी कार्रवाई से पहले घोषित की गई थी और यह हमला मॉस्को के फैसले को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता है. ये घटनाएं एक-दूसरे से बिल्कुल असंबद्ध हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस आतंकवादी हमले से पहले भी (अनाज सौदे पर मास्को की) स्थिति बता दी थी.'
इस समझौते को लेकर कब क्या हुआ?
रूस के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण के बीच, रूस और यूक्रेन ने जुलाई 2022 में इस्तांबुल में तुर्की और संयुक्त राष्ट्र के साथ काला सागर अनाज पहल पर अलग से हस्ताक्षर किए, जो काला सागर बंदरगाहों से यूक्रेनी अनाज और अन्य कृषि उत्पादों के निर्यात की अनुमति देता है. यह पहल, शुरुआत में 120 दिनों के लिए प्रभावी थी. नवंबर 2022 के मध्य में इसे 120 दिनों के लिए 18 मार्च 2023 तक बढ़ा दिया गया. उस समय, रूस केवल 60 दिनों के लिए सौदे को बढ़ाने पर सहमत हुआ. रूस 17 मई को इस समझौते को अगले 60 दिनों के लिए बढ़ाने पर सहमत हुआ था.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)