Why Russia-Ukraine Fighting: जंग में खराब फैसलों को लेकर यूक्रेन में युद्ध लड़ रहे कुछ रूसी अफसर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और सैन्य आलाकमान से नाराज हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक नामी राष्ट्रवादी रूसी ब्लॉगर ने युद्ध क्षेत्र का दौरा करने के बाद यह बात कही. 


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इसी साल फरवरी में यूक्रेन के खिलाफ रूस ने जंग छेड़ दी थी. 10 महीने हो चुके हैं लेकिन अब तक इसका कोई अंत दिखाई नहीं दे रहा है. आधुनिक रूस में पुतिन की सार्वजनिक तौर पर सीधी आलोचना दुर्लभ है. लेकिन राष्ट्रवादी ब्लॉगर्स युद्ध के संचालन को लेकर मुखर रहे हैं, खासतौर पर सितंबर में यूक्रेन के खारकीव में रूस को मिली हार के बाद.


राष्ट्रवादी और पूर्व संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) अधिकारी इगोर गिरकिन ने कहा कि अफसरों की सैन्य आलाकमान से थोड़ी नाराजगी है.  गिरकिन ने 2014 में रूस को क्रीमिया पर कब्जा करने और फिर पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक लड़ाकों को संगठित करने में मदद की थी. 


90 मिनट के वीडियो में गिरकिन ने रूस के जंग लड़ने के तरीके की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि 'मछली का सिर पूरा तरह सड़ चुका है' और रूसी मिलिट्री में सुधार की जरूरत है. साथ ही ऐसे काबिल लोगों को शामिल करना चाहिए, जो सफल सैन्य अभियान का नेतृत्व कर सकें. 


गिरकिन ने कहा कि सेना के मध्य स्तर के कुछ लोगों ने रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और यहां तक कि पुतिन के खिलाफ असंतोष जाहिर किया. गिरकिन ने कहा, 'सिर्फ मैं ही नहीं...लोग गूंगे और बहरे नहीं हैं. वहां मध्य स्तर के लोग अपने विचार नहीं छिपा रहे हैं. मैं इसे कैसे कहूं. ये राष्ट्रपति पुतिन और रक्षा मंत्री की तारीफ में नहीं हैं.'


रूस के रक्षा मंत्रालय ने गिरकिन की टिप्पणी पर कोई बयान नहीं दिया है, जो लगातार सर्गेई शोइगू  की आलोचना करते रहे हैं. सर्गेई पुतिन के करीबी माने जाते हैं. रूस और यू्क्रेन दोनों ही पक्षों ने दावा किया है कि दूसरे पक्ष को भारी नुकसान हुआ है लेकिन कई स्पष्ट आंकड़ा नहीं दिया है. अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने 9 नवंबर को दावा किया था कि यूक्रेन और रूस दोनों ही देशों के 100000 सैनिक या तो मारे गए हैं या फिर घायल हैं. नागरिक कितने मारे गए, उस संख्या के बारे में पता नहीं चल पाया है.