Ukraine War: पुतिन के खिलाफ बगावत का ऐलान कर पीछे हटने वाला वैग्नर ग्रुप अब यूक्रेन की राजधानी कीव पर हमला कर सकता है. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक यूके जनरल स्टाफ के पूर्व प्रमुख लॉर्ड डैनट ने चिंता व्यक्त की कि भाड़े के सैनिक अब बेलारूस से कीव पर हमले शुरू कर सकते हैं, जहां वैग्नर  के नेता येवगेनी प्रिगोझिन को क्रेमलिन के खिलाफ विद्रोह को समाप्त करने के लिए एक समझौते के हिस्से के रूप में निर्वासित किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लॉर्ड डैनट ने उन सेनानियों की संख्या को लेकर अनिश्चितता पर जोर दिया, जिन्हें प्रिगोझिन अपने साथ बेलारूस ले जाने में कामयाब रहे.बेलारूस में एक लड़ाकू बल की उपस्थिति कीव के लिए एक नया खतरा पैदा कर सकती है.यूके जनरल का मानना है कि तख्तापलट की कोशिश के बाद के झटकों का असर लंबे समय तक रहेगा.


'उन्होंने बेलारूस जाने के लिए स्टेज छोड़ दिया है'
लॉर्ड डैनट ने स्काई न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा, ‘जाहिरा तौर पर उन्होंने बेलारूस जाने के लिए स्टेज छोड़ दिया है लेकिन क्या यह प्रिगोझिन और वैग्नर  समूह का यह अंत है? मुझे लगता है कि यह तथ्य कि ग्रुप बेलारूस गया है, कुछ चिंता का विषय है. हम नहीं जानते, हमें अगले घंटों और दिनों में पता चलेगा... प्रिगोझिन के कितने लड़ाके वास्तव में उसके साथ गए हैं.’


लॉर्ड डैनाट ने यूक्रेन को अपने कमजोर हिस्से की बारीकी से निगरानी करने और यह सुनिश्चित करने की कहा कि उसके पास बेलारूस की दिशा से किसी भी संभावित हमले को विफल करने में सक्षम युद्धाभ्यास इकाइयां होनी चाहिए. तख्तापलट को समाप्त करने के समझौते में वैग्नर  लड़कों को रूसी सेना में शामिल करना शामिल था.


विद्रोह रद्द होने के बाद, प्रिगोझिन ने कहा कि उनकी सेना 24 घंटों के भीतर मास्को के 200 किलोमीटर दूर तक पहुंच चुकी थी. दूर तक पहुंच चुकी थी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ.इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रविवार को उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि रूस में वापस लिये जा चुके इस विद्रोह ने ‘पुतिन के शासन की कमजोरियों को उजागर किया है.’