Former Adult Star files Case against College: एक पूर्व एडल्ट स्टार (Former Adult Star) ने अपने कॉलेज पर ही भेदभाव का मुकदमा दर्ज कराया. इस केस को जीतने के बाद लड़की को करीब 14 करोड़ रुपये दिए गए हैं. बता दें कि निकोल गिलिलैंड नामक एक लड़की ने अपने स्थानीय कॉलेज पर उसके साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया था. निकोल का कहना था कि उसके काम की वजह से उसके साथ भेदभाव किया जाता था.


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पूर्व पॉर्न स्टार ने लिया कॉलेज में एडमिशन


दरअसक निकोल, जो निकी नाम से जानी जाती है. जब वह 30 वर्ष की थी तब उसने 2017 में अपने साउथवेस्टर्न ओरेगन कम्युनिटी कॉलेज (SWOCC) में एक नर्सिंग प्रोग्राम में एडमिशन लिया था. वह पहले से ही कई वर्षों से ईएमटी और पैरामेडिक के रूप में काम कर रही थी लेकिन एक मां के रूप में उनका मानना ​​था कि नर्सिंग के घंटे अधिक सुविधाजनक होंगे. 


भेदभाव से परेशान हुई निक्की


पूर्व पोर्न स्टार निकी ने दावा किया कि कॉलेज के 2 सालों के दौरान उन्हें बार-बार उत्पीड़न और 'शत्रुतापूर्ण शिक्षा वातावरण' का सामना करना पड़ा. निकी के मुताबिक वह इमोशनली टूट चुकी थीं. इस वजह से सुसाइड करने की भी कोशिश की.


कॉलेज के खिलाफ कर दिया केस


डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक इस माहौल से परेशान होकर निकी ने SWOCC के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की कोशिश की. उन्होंने कॉलेज पर कॉन्ट्रैक्ट और टाइटल IX के उल्लंघन का आरोप लगाया. इस नियम के मुताबिक स्कूल में सेक्स-बेस्ड भेदभाव नहीं किया जा सकता. 


'यह क्लासी महिलाओं का प्रोफेशन है'


कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक, SWOCC के एक नर्सिंग इंस्ट्रक्टर और एकेडमिक एडवाइजर ने उनसे भेदभाव किया था. आरोप के मुताबिक एकेडमिक एडवाइजर ने उनसे कहा था कि नर्सिंग क्लासी महिलाओं का प्रोफेशन है. यहां अनक्लासी महिलाओं के लिए जगह नहीं है. निकी ने सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा किया कि सैकड़ों वकीलों ने उनका केस लड़ने से मना कर दिया था. हालांकि, अंत में ब्रैंडन मार्क ने निकी के लिए केस लड़ने का फैसला किया और वो केस जीत गई.


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