Afghanistan News: यूएस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने मंगलवार (25 अप्रैल) को जानकारी दी कि काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आत्मघाती बम विस्फोट के मास्टर माइंड इस्लामिक स्टेट सेल के नेता को तालिबान ने मार गिराया गया है. यह सुसाइड अटैक 26 अगस्त 2021 को हुआ था जब तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद बड़ी संख्या में लोग किसी भी तरह अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे थे.


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एयरपोर्ट परिसर में खचाखच भीड़ के बीच सुसाइड बॉम्बर ने विस्फोट कर दिया था. इस विस्फोट में करीब 170 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे जो एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे. बता दें 15 अगस्त 2021 को काबुल पर तालिबान फिर से कब्जा करने में कामयाब रहा था.


अमेरिकी अधिकारी ने की पुष्टि
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस हमले की साजिश रचने वाले इस्लामिक स्टेट सेल के मुखिया को तालिबान ने हाल के हफ्तों में मार दिया है.


अधिकारी ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस ऑपरेशन का हिस्सा नहीं था. उन्होंने ऑपरेशन का समय भी नहीं बताया. इसके साथ ही मारे गए आईएस आतंकी की पहचान भी उजागर नहीं की. हालांकि उन्होंने कहा कि टारगेट 'ISIS-K का एक प्रमुख साजिशकर्ता था'.


क्या है ISIS-K ?
इस्लामिक स्टेट का अफगान सहयोगी, जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान या ISIS-K के नाम से जाना जाता है, तालिबान का दुश्मन है. इस्लामिक स्टेट के प्रति वफादार लड़ाके पहली बार 2014 में पूर्वी अफगानिस्तान में दिखाई दिए और बाद में अन्य क्षेत्रों में पैठ बना ली.


अगस्त 2021 के हमले ने ISIS-K की अंतरराष्ट्रीय प्रोफ़ाइल को बढ़ा दिया. इस अटैक ने ISIS-Kको काबुल में तालिबान के नए शासन के लिए एक बड़े खतरे के रूप में स्थापित कर दिया.


अगस्त 2021 में अफ़ग़ानिस्तान पर क़ब्ज़ा करने के बाद से तालिबान ने ISIS-K के ख़िलाफ़ भारी सशस्त्र अभियान चलाया है. लेकिन इसके बावजूद, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के अनुसार, ISIS-K पूर्वी अफगानिस्तान से देश के सभी 34 प्रांतों में फैल गया है.