Moving to Europe From USA: दुनिया के कई देशों के रहने वाले लाखों लोग अमेरिका जाने और वहां बस जाने का सपना संजोकर जीते हैं. चकाचौंध और आलीशान लाइफस्टाइल वाले इस देश का एक काला सच दुनिया के सामने आ गया है. वो ये है कि इस देश में गन कल्चर और उससे हुई मौतों से खौफजदा युवा परेशान होकर तेजी से यूरोप की ओर पलायन कर रहे हैं. यह एकदम नया ट्रेंड है, क्योंकि अब तक क्या होता था कि अमेरिका में रिटायर हो चुके लोग इटली, पुर्तगाल, स्पेन, ग्रीस और फ्रांस जैसे देशों में आकर बस जाते थे. लेकिन अब ग्रीस, पुर्तगाल, इटली आदि देशों में बीते साल की तुलना में अमेरिकियों की संख्या 45 फिसदी तक बढ़ी है.


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ये हकीकत भी आई सामने


अमेरिकी लोग दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करने लगे हैं, एक आंकडे के मुताबिक इस ट्रेंड का भी पता चला है कि अमेरिकियों के आने से इटली की कई कंपनियों की कमाई बढ़ गई है. अमेरिका में बढ़ते क्राइम को पलायन का कारण बताया जा रहा है लेकिन इसके साथ ही अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना और अमेरिका में इलाज का महंगा होना भी पलायन के मुख्य कारणों में से एक है.


पलायन की सबसे बड़ी वजह है गन कल्चर


अमेरिकी नागरिक दूसरे देशों में आसानी से कम पैसे में भी बहुत अच्छा और आराम भरा जीवन बिता लेते हैं. 'ज़ी न्यूज' की टीम ने न्यूयार्क से सटे अमेरिका के बड़े शहर प्रिसंटन की जेन विलियम्स और उनके परिवार से बात की जो हाल ही में अपने पति और बच्चों के साथ पुर्तगाल शिफ्ट हो गई हैं. उनके मुताबिक अमेरिका में तेजी से पैर पसारते गन कल्चर और आए दिन उससे हो रही मौतों ने उन्हें अंदर तक हिला दिया. तभी उन्होंने एक दिन ये फैसला कर लिया कि वो अपने बच्चों को इस माहौल में नहीं रहने देंगी और जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई एक ऐसे देश की जहां के माहौल में शांति और सुरक्षा हो. जहां उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए कर्ज न लेना पड़े और स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुफ्त हों फिर उनकी तलाश पुर्तगाल में खत्म हुई.


4 करोड़ से ज्यादा लोगों ने नौकरी छोड़ी 


अमेरिका में कोरोना के दौरान कामगार वर्ग को महसूस हुआ कि वे निजी और पेशेवर जिंदगी में फर्क नहीं कर पा रहे हैं. इस वजह से अमेरिका में 2021 में करीब 4 करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने नौकरी छोड़ी. इस दौरान लोग महंगे इलाज के चलते अस्पताल जाने से भी लगातार बचते रहने की कोशिश करते रहें. ऐसे में बेहतर जिंदगी के विकल्प के तौर पर अमेरिकी तेजी से यूरोपीय देशों की ओर रूख करने लगे. 


महंगाई के बाद गन कल्चर सबसे बड़ी समस्या 


एक ताज़ा सर्वे के मुताबिक अमेरिकियों का मनाना है कि महंगाई के बाद गन कल्चर उनके लिए सबसे बड़ी समस्या है. अमेरिकी ये मानते हैं कि उनके देश से विपरीत यूरोपीय देशों में अपराध कम है और कल्याणकारी योजनाओं की भरमार है. इसके साथ ही वहां घर भी कम कीमत पर मिल जाता है. अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली एक डांसर एंडरशन मिशले ने 'ज़ी न्यूज' को बताया कि साल 2020 में उन्होंने तब अपने जीवन शैली को बदलने का फैसला किया, जब न्यूयॉर्क सिटी के एक थिएटर ग्रुप ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया.  2021 की शुरुआत में वह फ्लोरेंस चली गईं और अब यहां पर वे आराम से रह रही हैं.


अमेरिकी कंपनियों में वेतन ज्यादा, रिमोट वर्क भी जारी


इस स्टोरी की पड़ताल के क्रम में 'ज़ी न्यूज़' की टीम नें अलग-अलग अमेरिकी परिवारों से संपर्क किया. इस दौरान कई ऐसे अमेरिकी वर्किंग प्रोफेशनल्स भी मिले जो यूरोप में रहकर अमेरिकी कंपनियों के लिए रिमोट वर्क कर रहे हैं. दरअसल यूरोप के देशों में 27 हजार डॉलर से लेकर 45 हजार डॉलर तक सैलरी मिलती है. जबकि अमेरिकी कंपनियां 70 हजार डॉलर की औसत सैलरी देती हैं. ऐसे में लोग इन कंपनियों का काम छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. लोगों का मानना है कि वे अमेरिकी कंपनियों से कमाकर यूरोप के देशों में खर्च करेंगे तो उनकी परचेजिंग पॉवर मजबूत बनी रहेगी.


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