Operation Dost:   तुर्किये-सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बीच राहत और बचाव कार्य जारी है. दुनिया के कई देश इस मुश्किल हालात में तुर्किये और सीरिया की मदद कर रहे हैं. इनमें भारत भी शामिल हैं. भारत ने तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद दोनों देशों की मदद के लिए ‘‘ऑपरेशन दोस्त’’ शुरू किया है.


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इस ऑपरेशन के तहत एनडीआरएफ की टीमें भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रही है. NDRF की इन्हीं कोशिशों से मलबे में फंसी एक 6 साल की बच्ची की जान बची है. बच्ची को सुरक्षित मलबे से बाहर निकालने में दो भारतीय स्निफर डॉग्स - रोमियो और जूली ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.  जूली और रोमियो की मदद से 80 घंटे बाद बच्ची को मलबे से निकाला गया.  इसके बाद से ही तुर्किए में जूली और रोमियो की बहुत चर्चा है.


कैसे बचाई 6 साल की बच्ची की जान?
पहले जूली मलबे के अंदर गई, उसने बच्ची को ज़िंदा देखा तो भौंकने लगी…इससे अंदर बच्ची के होने की पुष्टि हुई. उसके बाद रोमियो मलबे के अंदर गया और फिर उसने बच्ची के ज़िंदा होने को कंफर्म किया. इसके बाद 6 साल की बच्ची की जान बचाई गई.


बता दें भूकंप के तेज झटकों से अब तक 34 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 7 दिन बाद भी तलाशी और बचाव अभियान जारी है.


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