मिसाइल हमले के बाद बौखलाया यूक्रेन, तोड़ डाली रूस की `रीढ़ की हड्डी`, अब क्या करेंगे पुतिन?
Ukraine-Russia War: कीव पर बड़े हमले के बाद यूक्रेन ने रूस के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है. यूक्रेन ने जोरदार पलटवार करते हुए रूस के अंदरूनी हिस्से पर बड़ा हमला बोला है. यूक्रेन के इस हमले में रूस का एक बड़ा तेल डिपो जलकर स्वाहा हो गया. कैसे बदले की आग में जल रहे यूक्रेन ने इस हमले को दिया अंजाम और जेलेंस्की की इस हिमाकत का रूस क्या देगा जवाब. चलिए समझते हैं.
Russia-Ukraine War: कीव में हुए मिसाइल अटैक को लेकर यूक्रेन में गुस्सा है और रूस पर वैसे ही हमले की मांग हो रही है. यूक्रेन जानता है कि जब-जब रूस के तेल डिपो को तबाह किया जाएगा उसकी तेल रिफाइन करने की क्षमता कम होती जाएगी.
कोशिश रूस की रीढ़ की हड्डी पर चोट करने की है. युद्ध की दूसरी बरसी पर भी यूक्रेन ने ऐसे ही कई तेल डिपो को एक साथ निशाना बनाया था जिनकी कुल क्षमता 1.6 मिलियन गैलन थी. यूक्रेन पर हमले का जो नया वीडियो सामने आया है वह बेहद खौफनाक है. एक के बाद एक मिसाइल शहर के बीचोबीच गिराई गईं. इस मिसाइल अटैक के जवाब में NATO अब यूक्रेन के साथ मिलकर रूस को कैसे जवाब देगा, नजरें इसी बात पर हैं.
रूस के खिलाफ यूक्रेन ने खोला मोर्चा
कीव पर बड़े हमले के बाद यूक्रेन ने रूस के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है. यूक्रेन ने जोरदार पलटवार करते हुए रूस के अंदरूनी हिस्से पर बड़ा हमला बोला है. यूक्रेन के इस हमले में रूस का एक बड़ा तेल डिपो जलकर स्वाहा हो गया. कैसे बदले की आग में जल रहे यूक्रेन ने इस हमले को दिया अंजाम और जेलेंस्की की इस हिमाकत का रूस क्या देगा जवाब. चलिए समझते हैं.
दरअसल, यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई शहरों पर रूस ने ताबड़तोड़ हमला कर, जान माल का भारी नुकसान पहुंचाया. ये हमला इतना भीषण था कि यूक्रेन को बचाव का मौका तक नहीं मिला. पलक झपके, रूस की सुपरसोनिक मिसाइलें अपने टारगेट पर गिरीं, और फिर सबकुछ नेस्तनाबूद हो गया.
पलटवार करने की यूं की प्लानिंग
बताया जा रहा है कि इस हमले के बाद से यूक्रेन बदले की आग में जल रहा था. जेलेंस्की ने इस हमले को कायराना हरकत बताते हुए रूस को सबक सिखाने की कसम खाई थी. यूक्रेन की सेना तभी से रूस पर पलटवार की बड़ी तैयारी कर रही थी. ये इसलिए भी बेहद जरूरी था, क्योंकि रूस के ताबड़तोड़ हमले ने अग्रिम मोर्चे पर तैनात यूक्रेनी सैनिकों से लेकर रसद पहुंचाने वाले सैनिकों के मनोबल को हिलाकर रख दिया था.
प्रतिशोध की ये आग तब बुझी, जब यूक्रेनी सेना ने रूस पर बड़े हमले को अंजाम दिया. रूस को निशाना बनाने के लिए यूक्रेन ने इस बार लंबी दूरी तक मार करने वाले ड्रोन्स से प्रचंड प्रहार किया. इस बार उसके निशाने पर करीब हजार किलोमीटर दूर का रूसी शहर वोलगोग्राद था. एक के बाद एक, पांच कामिकाजी ड्रोन्स ने वोलगोग्राद के कलाच ऑन दोन में बने तेल डिपो को निशाना बनाया और ताकतवर रूस की तमाम आधुनिक एयर डिफेंस को चकमा देते हुए तेल डिपो को तबाह कर दिया. ड्रोन्स पर लदा विस्फोटक जैसे ही तेल डिपो पर गिरा. तेल डिपो धूं-धूं कर जल उठा. वहां से ऊंची ऊंची आग की लपटें धधकने लगीं... और चारों तरफ अफराफती मच गई. जानकार यूक्रेन के इस पलटवार को महाबली रूस के लिए करारा चोट बता रहे हैं.
नाटो देशों की बैठक पर दुनिया की नजरें
रूस के लिए यूक्रेन का पलटवार इसलिए भी टेंशन बढ़ाने वाला है क्योंकि इस बार यूक्रेन ने रूस के अंदरूनी शहर को निशाना बनाया है. इस बीच वॉशिंगटन में हो रही उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो देशों की बैठक पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं.
नाटो के 75 साल पूरे होने पर आयोजित इस बैठक में तमाम सदस्य देश शामिल हो रहे हैं. माना जा रहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर नाटो देश कोई बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं. इस बैठक में शामिल होने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की भी वाशिंगटन पहुंच चुके हैं, जहां वो अमेरिका और उसके सहयोगी देशों से ज्यादा एयर डिफेंस सिस्टम के साथ साथ लंबी दूरी तक हमला करने में सक्षम मिसाइल सहित गोला बारूद देने की मांग करेंगे.
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में रूस यूक्रेन जंग और भीषण हो सकता है क्योंकि यूक्रेन को हर मोर्चे पर मात देने के लिए रूस अब एक बार फिर संहारक सुपरसोनिक मिसाइल से हमले तेज करेगा.