नई दिल्लीः भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने सोमवार को कहा कि उनका देश इस्लामाबाद के साथ अपनी आर्थिक भागीदारी बढ़ाना चाहता है, क्योंकि उसका मानना है कि एक ‘कमजोर’ पाकिस्तान, भारत और अफगानिस्तान समेत क्षेत्र के लिए बेहतर नहीं होगा. एक सम्मेलन में ये टिप्पणियां करने के बाद रूसी राजदूत ने बाद में ट्विटर पर स्पष्ट किया कि उनका आशय था कि एक अस्थिर पाकिस्तान, क्षेत्र में किसी भी देश के हित में नहीं है. 


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यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की खबरों पर भड़का रूस
उन्होंने यह भी कहा कि रूस ने उन खबरों पर ‘बहुत गंभीर संज्ञान’ लिया है कि पाकिस्तान, यूक्रेन को सैन्य उपकरण भेज रहा है. इस्लामाबाद के साथ मॉस्को के संबंध बेहतर होने पर भारत में चिंताओं पर एक सवाल के जवाब में अलीपोव ने कहा कि उनका देश कभी ऐसा कुछ नहीं करेगा, जो नयी दिल्ली के हितों के लिए हानिकारक हो सकता है. 


पाकिस्तान के साथ सहयोग पर ये बोले
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ रूस के रक्षा संबंध ‘‘बहुत सीमित’’ हैं तथा व्यापक रूप से इसका मकसद आतंकवाद रोधी सहयोग है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने लगातार कहा है कि हम पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों में कभी ऐसा कुछ नहीं करेंगे, जो भारत के लिए हानिकारक हो....हमारे इस्लामाबाद के साथ बहुत सीमित रक्षा संबंध हैं.  


उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम पाकिस्तान में अपनी आर्थिक उपस्थिति बढ़ाना चाहते हैं. हमें नहीं लगता है कि एक कमजोर पाकिस्तान क्षेत्र, भारत या अफगानिस्तान के लिए बेहतर विकल्प होगा.’’ गौरतलब है कि पाकिस्तान अभी गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. बाद में एक ट्वीट कर अलीपोव ने स्पष्ट किया, ‘‘मेरा आशय था कि अस्थिर पाकिस्तान क्षेत्र में किसी के भी हित में नहीं है. 


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एक मजबूत भारत विरोधी पाकिस्तान किसी के भी और खासतौर से भारत के हित में नहीं हो सकता. पाकिस्तान द्वारा यूक्रेन को सैन्य साजो-सामान भेजे जाने की खबरों पर उन्होंने कहा, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि हमने उन खबरों पर बहुत गंभीर संज्ञान लिया है.


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