वॉशिंगटन: आखिरकार अमेरिका (America) ने स्वीकार कर लिया है कि काबुल हमले (Kabul Attack) का बदला लेने की जल्दबाजी में उससे निर्दोष लोगों को मारने की गलती हुई. यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर जनरल केनेथ मैकेंजी (Kenneth McKenzie) ने ड्रोन हमले के लिए माफी मांगते हुए कहा कि हम पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम क्षमा चाहते हैं और हम इस भयानक गलती से सीखने का प्रयास करेंगे.


Terrorists को बनाना था निशाना 


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हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन में शुक्रवार को जनरल केनेथ मैकेंजी (Kenneth McKenzie) ने कहा कि इस एयर स्ट्राइक में निर्दोष लोगों की मौत हुई थी, हम इस गलती को स्वीकार करते हैं और पीड़ित परिवारों से माफी मांगते हैं. उन्होंने आगे कहा कि हमला इस विश्वास के साथ किया गया था कि आतंकियों को नुकसान पहुंचाकर रेस्क्यू मिशन जल्द से जल्द पूरा किया जा सके, लेकिन यह एक गलती थी और मैं माफी मांगता हूं.


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Biden की बढ़ सकती हैं मुश्किलें


जनरल मैकेंजी ने कहा, ‘हमारी जांच में यह बात सही पाई गई है कि हमले में निर्दोष लोगों की मौत हुई थी और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी स्ट्राइक करने से पहले और ज्यादा सटीकता बरती जाएगी. जनरल के इस बयान के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि वो पहले से ही अफगानिस्तान में हालात को खराब तरह से संभालने के लिए आलोचना झेल रहे हैं.


क्या है पूरा मामला?


अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हवाईअड्डे पर आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें अमेरिकी सैनिक सहित कई लोगों की मौत हुई थी. अमेरिका ने इस हमले का बदला लेने की बात करते हुए 29 अगस्त एक ड्रोन हमला किया था. यूएस ने दावा किया था कि उसने इस्लामिक स्टेट के आतंकियों को मार गिराया है. हालांकि, इस स्ट्राइक में सात बच्चों सहित 10 निर्दोष लोगों के मारे जाने के आरोप लगे थे. अब अमेरिका ने अपनी गलती स्वीकार ली है.