Vivek Ramaswamy Job Cut: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए रेस शुरू हो गई है. राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल भारतीय-अमेरिकी विवेक रामास्वामी ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर वह 2024 का चुनाव जीत जाते हैं तो फेडरल सरकार के 75 परसेंट से ज्यादा कर्मचारियों को हटा देंगे और एफबीआई जैसी कई अहम एजेंसियों को बंद कर देंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अमेरिकी न्यूज वेबसाइट 'एक्सियोस' को दिए इंटरव्यू में रामास्वामी ने कहा कि उनके निशाने पर एजुकेशन डिपार्टमेंट, एफबीआई, एक्साइज, तंबाकू, ब्यूरो ऑफ आर्म्स एंड एक्सप्लोसिव्ज, न्यूक्लियर रेग्युलेटरी कमीशन, (आंतरिक राजस्व सेवा) आईआरएस और कॉमर्स डिपार्टमेंट होगा.


'पहले दिन से शुरू कर देंगे काम'


रामास्वामी के हवाले से कहा गया है, 'हम पहले दिन से शुरू कर देंगे, और हम पहले साल के आखिर तक कर्मचारियों की संख्या में 50 प्रतिशत कटौती करना चाहते हैं.' उन्होंने कहा, यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि इनमें से 30 प्रतिशत कर्मचारी अगले पांच साल में रिटायरमेंट की उम्र तक पहुंच जाएंगे. इसलिए यह जायज है. इस बारे में कोई शक नहीं है. लेकिन यह जितना अजीब लगता है, उतना है नहीं.' 'एक्सियोस' के मुताबिक, रामास्वामी ने कहा है कि उनका लक्ष्य चार साल में 22 लाख कर्मचारियों में से 75 प्रतिशत को हटाना है.


16 लाख से ज्यादा हो जाएंगे बेरोजगार!


'न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक फेडरल सरकार में लगभग 22 लाख 50 हजार लोग काम करते हैं. 75 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को हटाने का मतलब है कि 16 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा, जिससे फेडरल बजट में अरबों डॉलर की बचत होगी. हालांकि इससे सरकार के अहम कामकाज भी रुक जाएंगे.


बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दावेदारी पेश करने वाले रामास्वामी समेत दो उम्मीदवार भारतीय मूल के हैं. अन्य नाम निकी हेली का है. फॉक्स न्यूज के एक शो में 21 फरवरी को विवेक रामास्वामी ने राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी. 


विवेक रामास्वामी 37 साल के हैं और उनका जन्म ओहायो में हुआ था. येल और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले रामास्वामी ने बायो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काफी पैसा कमाया. फिर उन्होंने एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाई.