Chechnya Revolt 2022: पुतिन को अपनों से मिला धोखा, चेचन्या में विद्रोह की आग; हुई ताबड़तोड़ गोलीबारी
Russia-Ukraine News: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच चेचन्या (Chechnya) में सिविल वार होने की आशंका है. अगर ऐसा होता है तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
Chechnya Civil War: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के लिए नई मुश्किल खड़ी हो गई है. रूस के वफादार चेचन्या (Chechnya) में सिविल वार (Civil War) की आग भड़क गई है. यहां पुतिन समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है. इस दौरान भीषण गोलीबारी हुई है. आशंका जताई जा रही है कि जहां एक तरफ रूस, यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ अगर चेचन्या में गृह युद्ध शुरू हुआ तो ये व्लादिमीर पुतिन के लिए ये सिरदर्द बन सकता है. रूस-यूक्रेन युद्ध में चेचन्या ने रूस की मदद करने के लिए अपने सैनिक यूक्रेन भेजे हुए हैं और प्रदर्शनकारी इसी का विरोध कर रहे हैं.
चेचन्या में है पुतिन के करीबी का शासन
डेली स्टार में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामिक गणतंत्र चेचन्या में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी रमजान कादिरोव का शासन है, जो अपनी क्रूरता के लिए जाने जाते हैं. रमजान कादिरोव पर मानवाधिकारों के हनन के साथ ही यूक्रेन में युद्ध के मुखर समर्थक होने का आरोप है.
चेचन्या में हो रहा युद्ध का विरोध
बता दें कि रमजान कादिरोव ने यूक्रेन में रूस की तरफ से लड़ने के लिए चेचन्या से हजारों सैनिक भेजे हैं, जो फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हैं. हालांकि, चेचन्या में हर कोई युद्ध से खुश नहीं है. चेचन्या में युद्ध का विरोध प्रदर्शनकारी तब से कर रहे हैं जब रमजान कादिरोव ने यूक्रेन में लड़ने के लिए 70,000 चेचन सैनिकों को भेजने की कसम खाई थी.
विद्रोहियों ने किया हिंसक प्रदर्शन
जान लें कि चेचन्या में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर घटनास्थल पर पहले ऑटोमेटिक हथियारों और ग्रेनेड से हमला किया और बाद में आग लगा दी. फिर इसका विरोध रमजान कादिरोव के गुर्गों ने किया. स्थानीय सूत्रों का अब दावा है कि कादिरोव के समर्थक उन प्रदर्शनकारियों को खोजने में जुटे हुए हैं जिन्होंने हिंसा की.
अपने लोगों को यूक्रेन भेजने के अपने फैसले के बारे में बोलते हुए रमजान कादिरोव ने कहा कि हम हमेशा से सभी देशों के साथ शांति और समझौते के अनुसार रहना चाहते हैं, लेकिन कुछ देश ऐसा नहीं चाहते हैं. हम दिखाएंगे कि आप हमारे साथ इस तरह मजाक नहीं कर सकते. उन्होंने आगे कहा कि हम या तो दोस्त हैं या फिर एकतरफा कार्रवाई करेंगे. यह पहली बार नहीं है जब चेचन्या ऐसी सैन्य कार्रवाई का गवाह बन रहा है.
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