Waste on Mountain Everest: धरती पर रिहायश वाले इलाकों में गंदगी और कूड़ा आम बात है. लोग अक्सर जहां-तहां गंदगी फैलाते रहते हैं. सफाई को लेकर तमाम अभियान भी चलाए जाते हैं, लेकिन इंसान यह लापरवाही रिहायश से दूर अब माउंट एवरेस्ट जैसे पहाड़ों पर भी करने लगा है. वहां जाने वाले पर्वतारोही गंदगी बड़ी मात्रा में गंदगी छोड़ रहे हैं. हाल ही में माउंट एवरेस्ट समेत 4 पहाड़ों पर चलाए गए सफाई अभियान के दौरान टीम को करीब 33.8 टन कचरा मिला है.


करीब 2 महीने चला सफाई अभियान


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रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल सेना की अगुवाई में ‘सफा अभियान 2022’ की शुरुआत 5 अप्रैल को की गई थी. नेपाल सेना और शेरपाओं की एक संयुक्त टीम द्वारा चलाया गया यह अभियान 5 जून 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर संपन्न हुआ. इस अभियान में टीम ने माउंट एवरेस्ट, ल्होत्से, कंचनजंगा और मनासलू से 33,877 किलोग्राम कचरा जमा किया.


अभियान में सेना के जवान, शेरपा और डॉक्टर थे शामिल


इस अभियान में सेना के 30 जवान, 48 शेरपा और 4 डॉक्टर भी शामिल थे. अभियान खत्म होने के बाद नेपाल के थल सेना अध्यक्ष प्रभु राम शर्मा ने कहा कि, पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए इस तरह के अभियान की जरूरत है. वहीं, इस अभियान को अंजाम देने वाली टीम ने बताया कि, हमें पूरे कैंपेन में दो तरह का कचरा (बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल) मिला है. टीम ने जानकारी दी कि, माउंट एवरेस्ट और ल्होत्से की चोटियों को साफ करने में 55 दिन लगे, जबकि कंचनजंगा और मानसलू में क्रमश: 44 और 43 दिन का समय लगा.


लगातार बढ़ रहा कचरा


टीम ने बताया कि इस खास सफाई अभियान की शुरुआत 2019 में की गई थी. पहले साल इन चारों पहाड़ियों से करीब 10 टन कचरा निकला था. 2020 में कोरोना की वजह से अभियान नहीं शुरू हो पाया. वर्ष 2021 में करीब 27 टन कचरा चारों पहाड़ों से निकला था.