कनाडा ने एक बार फिर भारत से कहा है कि वह खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में सहयोग करे. दरअसल अमेरिका में एक भारतीय नागरिक पर लगाए गए गंभीर आरोप के बाद कनाडा ने यह मांग दोहराई है. कनाडाई पीएम जस्टिस ट्रुडो ने कहा, 'संयुक्त राज्य अमेरिका से आ रही खबरें, उसी बात की ओर इशारा करती हैं जो कि हम शुरू से कह रहे हैं, भारत को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है.' उन्होंने कहा कि भारत सरकार को हमारे साथ काम करने की जरूरत है ताकि हम इसकी तह तक पहुंच सके.'


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बता दें अमेरिका में संघीय अभियोजकों ने एक भारतीय नागरिक पर सिख खालिस्तानी नेता की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का बुधवार को आरोप लगाया.  दक्षिणी न्यूयॉर्क जिले के अमेरिकी अटॉर्नी मैथ्यू जी. ऑलसेन ने कहा कि निखिल गुप्ता (52) के खिलाफ हत्या के लिए सुपारी देने का आरोप लगाया गया है, जिसमें अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि साथ ही गुप्ता पर सुपारी देकर हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है जिसमें भी अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है.


अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि गुप्ता ने न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले सिख अलगाववादी नेता की हत्या के लिए हत्यारे को एक लाख अमेरिकी डॉलर देने की बात स्वीकार कर ली थी.


किसकी हत्या का हुआ प्रयास?
आरोपों में सिख अलगाववादी नेता का नाम नहीं दिया गया है. हालांकि‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ ने पिछले हफ्ते एक खबर प्रकाशित की थी जिसमें अज्ञात स्रोतों का हवाले से बताया गया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने प्रतिबंधित ‘सिख फॉर जस्टिस’ संगठन के गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम करने कर दिया गया. बता दें जुलाई 2020 में, गुरपतवंत सिंह पन्नू को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आधिकारिक तौर पर आतंकवादी करार दिया गया था.


अमेरिकी आरोपों पर भारत का रिएक्शन
इस आरोप के सामने सामने आने के बाद भारत ने कहा कि उसने अमेरिकी धरती पर सिख चरमपंथी को मारने की साजिश से संबंधित आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है.


अमेरिका के आरोप से पहले कनाडा ने लगाए थे ये आरोप
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर में आरोप लगाया था कि जून में उनके देश में हुई खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल थे. ट्रुडो के संसद में लगाए गए इस आरोप के बाद भारत और कनाडा के संबंध काफी खराब हो गए थे. बता दें भारत ने निज्जर को 2020 में आतंकवादियों की सूची में शामिल किया था. भारत ने कनाडा के आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘निहित स्वार्थ से प्रेरित’ बताया था.


(इनपुट एजेंसी)