Al Qaeda Chief Ayman al Zawahiri Killed: अमेरिका ने आतंकवादी संगठन अल कायदा (Al Qaeda) के सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को मार गिराने का दावा किया है. ओसामा बिन लादेन के निजी चिकित्सक के रूप में काम करने वाले जवाहिरी ने लादेन की मौत के बाद अलकायदा की कमान संभाली थी. जवाहिरी की मौत के बाद अलकायदा को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. यह संगठन क्या है, कितना मजबूत है, लादेन की मौत के बाद कैसे काम कर रहा है. आज हम आपको बताएंगे इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


क्या है अलकायदा 


अलकायदा एक इंटरनेशनल आतंकी संगठन है, जो 9/11 हमले यानी 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड टावर पर हमले के बाद से पूरी दुनिया में सुर्खियों में आया था. अलकायदा की स्थापना आतंकवादी ओसामा बिन लादेन और उसके साथी अब्दुल्लाह आजम ने साल 1988 में की थी. अफगानिस्तान में सोवियत संघ के सैनिकों के घुसने के वक्त ही यह अस्तित्व में आया था. बताया जाता है कि सोवियत संघ के हमलों से अफगानियों और अरब के लोगों को बचाने और उनकी मदद करने के मकसद से लादेन पाकिस्तान के पेशावर पहुंचा था. वहां रहकर वह अफगानी लोगों की सऊदी से आर्थिक मदद दिलाता था. कई रिपोर्ट में बताया गया है कि अफगानी लोगों की मदद के लिए लादेन ने 'द बेस' नाम से एक गुट की स्थापनी की थी, यही गुट आगे चलकर अलकायदा कहलाया. अलकायदा के खौफ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमरीका, यूनाइटेड किंगडम, भारत, रूस और कई देशों ने आतंकवादी समूह करार दे रखा है. 


कितनी है संपत्ति और लड़ाके


बताया जाता है कि अलकायदा में 10 से 15 हजार लड़ाके हैं औऱ यह संगठन 60-65 देशों में मौजूद है. अगर अलकायदा की संपत्ति की बात करें तो कहा जाता है कि अलकायदा के पास 150 मिलियन डॉलर तक का फंड है. इसका इस्तेमाल आतंकी हमले करने और लड़ाकों को ट्रेंड करने पर किया जाता है. इसके अलावा युवाओं के माइंड को वॉश करने के लिए कैंप भी लगाए जाते हैं.


इस तरह एक इंजीनियर बन गया आतंकी


लादेन ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उसके पिता मोहम्मद बिन लादेन सऊदी अरब के जेद्दाह में यमनी कंस्ट्रक्शन कारोबारी थे. 1968 में पिता की मौत के बाद 13 साल की उम्र में ही लादेन और उनके भाइयों को 300 मिलियन डॉलर (19 अरब रुपये) की संपत्ति विरासत में मिली थी. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ओसामा बिन लादेन कट्टरपंथी इस्लामी शिक्षकों और छात्रों के संपर्क में आने लगा. यहीं से प्रभावित होकर वह अफगानिस्तान चला गया था.


अलकायदा इस तरह करते गया हमले


1993 में अलकायदा ने पहली बार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला किया था. इस हमले में 6 लोगों की जान गई थी. 1993 में ही इस संगठन ने रियाद में एक इमारत के सामने बम विस्फोट कर अमेरिका के 5 नागरिक मार दिए. अलकायदा यहीं नहीं रुका. उसने 1995 में नैरोबी और तंजानिया के दार ए सलाम में अमेरिकी दूतावासों के बाहर बम विस्फोट कर 224 लोगों की जान ले ली. 1996 में लादेन अफगानिस्तान पहुंचा और यहां से उसने अमेरिका के खिलाफ जिहाद की घोषणा की. इसके बाद अलकायदा ने कई हमले किए, लेकिन 9/11 सबसे बड़ा हमला था. इसमें करीब 3 हजार अमेरिकी मारे गए थे. 2011 में लादेन की मौत के बाद जवाहिरी ने अलकायदा की कमान संभाली थी.