India-US Relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार की शाम द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. दोनों नेताओं द्वारा भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने पर जोर दिए जाने की संभावना है. वे इस बात पर भी चर्चा कर सकते हैं कि दोनों देश विश्व की कुछ गंभीर चुनौतियों से निपटने में किस प्रकार योगदान दे सकते हैं.


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दोनों नेता - भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंध, रक्षा सहयोग, काउंटर टेररिज़्म, सुरक्षा सहयोग, साइबर सुरक्षा सहयोग, व्यापार और आर्थिक संबंध, भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार, व्यापार और निवेश, ऊर्जा क्षेत्र, जलवायु परिवर्तन, अंतरिक्ष सहयोग, स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग, शिक्षा और सांस्कृतिक सहयोग, इंडो पैसेफिक, टेक्नोलॉजी, नागरिकों के बीच अधिर से अधिक संपर्क- जैसे मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं.


इसके साथ ही दोनों पक्ष वीजा व्यवस्था को और उदार किए जाने के संबंध में भी विचार-विमर्श कर सकते हैं.


अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर ही भारत यात्रा
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन 9-10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली आ रहे हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी.


इससे पहले, भारत का दौरा करने वाले आखिरी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प थे, जो वह फरवरी 2020 में भारत आए थे.


बाइडन के शुक्रवार शाम को नई दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम है और वह जी20 शिखर सम्मेलन के समाप्त होने के बाद रविवार को वियतनाम रवाना होंगे.


विश्व जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है G20
जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं.


समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.