कनाडा मंदिर में खालिस्तानियों के साथ आया वो पुलिस अफसर कौन था? ट्रूडो प्रशासन को सस्पेंड करना पड़ा
Sergeant Harinder Sohi: कनाडा में हिंदू सभा मंदिर पर हमला करने वाले खालिस्तानी समर्थकों में हिस्सा लेने वाले पुलिस अफसर को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अफसर का नाम सार्जेंट हरिंदर सोही है जो पिछले 18 वर्षों से फोर्स में है.
Sergeant Harinder Sohi: कनाडा में पील क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी सार्जेंट हरिंदर सोही को निलंबित कर दिया गया है, जिसे ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हिंदुओं पर हमला करने वाले खालिस्तान समर्थक समूहों के साथ हिस्सा लेते देखा गया था. रविवार को हिंदू सभा मंदिर में विरोध प्रदर्शन के वीडियो में उसकी पहचान की गई थी. सार्जेंट हरिंदर सोही को खालिस्तान का झंडा पकड़े हुए कैमरे में कैद किया गया, जबकि विरोध प्रदर्शन में अन्य लोग भारत विरोधी नारे लगा रहे थे. बताया जा रहा है कि निलंबित किया गया अधिकारी लगभग 18 साल का अनुभव रखता है.
सीबीसी न्यूज के अनुसार, चिन ने कहा,'हमें सोशल मीडिया पर शेयर एक वीडियो के बारे में पता चला है, जिसमें एक ऑफ-ड्यूटी पील पुलिस अधिकारी को एक प्रदर्शन में शामिल दिखाया गया है. इस अधिकारी को तब से सोशल सिक्योरिटी और पुलिस एक्ट के अनुसार निलंबित कर दिया गया है. हम वीडियो में दिखाई गई परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं और जब तक यह जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक हम आगे कोई जानकारी देने में असमर्थ हैं.'
इस बीच पील क्षेत्रीय पुलिस ने जोर देकर कहा कि वे अधिकारियों को तैनात करके 'शांतिपूर्ण और वैध' नियोजित विरोध प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए उपाय कर रहे हैं. एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए पील क्षेत्रीय पुलिस ने लिखा,'नियोजित प्रदर्शनों में शांति और वैधानिकता यकीनी बनाने के लिए अधिकारियों को तैनात किया जाएगा. हिंसा और अन्य आपराधिक कृत्यों का हमारे समुदाय में कोई स्थान नहीं है.' एक दिन पहले पील क्षेत्रीय पुलिस ने कहा कि जांचकर्ताओं ने ब्रैम्पटन और मिसिसॉगा में विरोध प्रदर्शन से संबंधित चार लोगों को गिरफ्तार किया.
क्या बोले पीएम मोदी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर टिप्पणी करते हुए निंदी की है. उन्होंने कहा 'मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने के कायराना प्रयास भी उतने ही भयावह हैं. हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे. हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी.'
रविवार, 3 नवंबर, 2024 को लगभग 12:00 बजे, अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा की गई अतिक्रमण की शिकायत के जवाब में ब्रैम्पटन में गोर रोड के एक पूजा स्थल का दौरा किया. बाद में मिसिसॉगा में गोरवे ड्राइव और एट्यूड ड्राइव में एक प्रदर्शन हुआ. अंत में मिसिसॉगा में एयरपोर्ट रोड और ड्रू रोड के पास एक पूजा स्थल पर कुछ ही समय बाद तीसरा विरोध प्रदर्शन हुआ. हालांकि ये प्रदर्शन तीन अलग-अलग स्थानों पर हुए लेकिन वे एक-दूसरे से संबंधित प्रतीत होते हैं.