German Tradition: गर्मियों का सीजन आ गया है. ऐसे में चिड़ियों और पक्षियों के लिए बालकनी में पानी रखने की मुहिम जोर पकड़ रही है. इस बीच दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां गर्मियों के सीजन में लोग मेंढकों (Frogs) की जान बचाने के लिए उन्हें बड़े प्यार और एहतियात से सड़क पार करवाते हैं. भले ही आपको हमारी बात सुनने में अबीज लगे लेकिन यह बात पूरी तरह से सच है. दरअसल यहां गर्मियों के मौसम (Summer Season) में ऐसा क्यों होता है, इसकी वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बॉन का मिशन सेव फ्रॉग
यहां पर बात जर्मनी (Germany) की पूर्व राजधानी बॉन (Bonn) में गर्मियों में लोग मेंढकों (Frogs) को सड़क पार करवाते हैं. गर्मी बढ़ने पर मेंढक सर्दी के लिए अपनी ठिकाना (Winter Hibernation) तलाशने के लिए बाहर निकलते हैं, लेकिन इस दौरान सड़कों पर चल रही तेज गाड़ियों के नीचे आने से वे मर जाते हैं. ऐसे में जर्मनी की कई स्वयंसेवी संस्थाओं (Voluntary Organizations) ने मेंढकों (Frogs) को बचाने की मुहिम चलाई है.


कई संस्थाएं कर रही हैं काम
dw.com में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक वाइल्ड लाइफ कन्जर्वेशन (Wildlife Conservation) जैसी संस्थाएं मेंढकों (Frogs) के गाड़ियों के नीचे कुचलकर मर जाने से परेशान थीं. इसी को देखते हुए सैकड़ों वालंटियर्स ने मेंढकों का बचाने की मुहिम चलाई. अब कई संस्थाएं और NGO मेंढकों को सड़क पार करवाने के लिए काम कर रहे हैं.


कई तरीकों से बचाई जाती हैं जान
मेंढकों की जान बचाने के लिए (Save Frogs Life) कई तरीके आजमाए जाते हैं. यहां मेंढकों की जान बचाने के लिए सड़क के नीचे सुंरग बनाई गई है, जिससे मेंढक आसानी से सड़क पार कर सकें. इसके अलावा मेंढकों को बचाने के लिए पूरे शहर में 800 फेसिंग बनाई गई हैं, जिससे सड़कों पर चलती गाड़ियों से मेंढकों की सुरक्षा होती है.


मेंढकों को बचाना है जरूरी
जर्मन विशेषज्ञों के अनुसार, मेंढकों (Frogs) की यह प्रजाति जहरीले कीड़ मकौड़ों और मच्छरों को खाती है. इस वजह से मेंढकों का बचाना बहुत जरूरी है. इसके अलावा मेंढक पानी में मौजूद एल्गी खाते हैं, जिससे पानी की गुणवत्ता बनी रहती है.


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे