हिंदी सिनेमा का एक बहुत मशहूर Dialogue है 'जिनके खुद के घऱ शीशे के हों वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते'. बहुत से लोगों के लिए ये सिर्फ एक Dialogue होगा लेकिन जिन लोगों को राजनीति और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति की समझ है वो इसका मतलब बहुत अच्छी तरह समझते हैं.


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हालांकि North Korea के तानाशाह Kim Jong Un की कूटनीतिक समझ बहुत कच्ची है. Kim Jong जिन परमाणु हथियारों से अमेरिका को बर्बाद करना चाहते हैं वही परमाणु हथियार North Korea के लोगों को बर्बाद कर रहे हैं. 3 सितंबर 2017 को जब Kim ने hydrogen bomb का परीक्षण किया. तब Nuclear Test Site पर एक सुरंग बर्बाद हो गई, जिसकी वजह से 200 लोगों की मौत हो गई. North Korea ने जब ये परमाणु परीक्षण किया था. तब अमेरिका ने भी दावा किया था कि धमाके से पूरे इलाके में रिक्टर Scale पर 6.3 की तीव्रता का भूकंप आया. ऐसी आशंका है कि भूकंप की वजह से ही सुरंग गिर गई. 


North Korea ने वर्ष 2006 से अब तक 6 परमाणु परीक्षण किए है और ये सारे परमाणु परीक्षण गहरी सुरंग खोदकर ही किए गए हैं. North Korea के पड़ोसी.. South Korea के Experts ने ये चेतावनी दी है कि इस तरह लापरवाही से किए गए Underground Nuclear Test से पहाड़ों में दरारें पड़ सकती हैं और Radioactive Leak का खतरा भी पैदा हो सकता है. ये लाखों लोगों की जान के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है. लेकिन North Korea अब भी ये स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि परमाणु परीक्षण में उसके नागरिकों की मौत हुई है. 


North Korea से आने वाली किसी भी ख़बर की पुष्टि करना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि वहां Media पर पाबंदी है. वहां की जनता वही देखती और सुनती है जो तानाशाह Kim Jong उनको दिखाना और सुनाना चाहते हैं. लेकिन सच को बहुत दिनों तक छुपाया नहीं जा सकता. आखिरकार 58 दिनों के बाद जापान के एक News Channel ने Kim Jong की पोल खोल दी है.