नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की गिरफ्त में आए संदिग्धों की जांच में कई बड़े अहम खुलासे सामने आ रहे हैं. बुधवार को जांच में सामने आया था कि 6 लोगों में से दो आरोपी आतंकी गतिविधियों में लिप्त थे. इसके बाद गुरुवार को सामने आया कि इन सभी का प्लान था कि वे एक बार फिर 1993 को दोहराना चाह रहे थे. पकड़े गए आतंकियों का मुख्य टारगेट ब्रिज, रेलवे ट्रैक और भीड़ वाले इलाके थे. 


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सिलसिलेवार विस्फोट की थी प्लानिंग
गिरफ्तार संदिग्ध सिलसिलेवार बम विस्फोट की योजना बना रहे थे और सूत्रों के मुताबिक, इन्हें पाकिस्तान में ISI ने एक खास तरह की ट्रेनिंग दी थी. इन्हें बताया गया था कि कैसे भारत में बड़े ब्रिज, रेल की पटरियां समेत RDX से बड़ी सभाओं में विस्फोट करके दहशत फैलानी है. 


अनीस इब्राहिम ही था कोऑर्डिनेटर
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक, ओसामा और जीशान को इसके लिए पाकिस्तान में तैयार किया जा रहा था. इन्हें ओमान से पानी के रास्ते पाकिस्तान ले जाया गया था. इस पूरी साजिश को 1993 से जोड़कर इसलिए देखा जा रहा क्योंकि 1993 में भी हुए ब्लास्ट का कोऑर्डिनेटर अनीस इब्राहिम था और इस बार की साजिश में भी अनीस इब्राहिम ही कोऑर्डिनेटर है. इन आतंकियों के पास से 1.5 kg RDX मिला है जो बड़ी से बड़ी आतंकी गतिविधियों और धमाकों के लिए पर्याप्त है. 


स्पेशल सेल कर रही है गहन जांच
स्पेशल सेल इनकी साजिश की और गहराई से जांच करने में जुटी है. गिरफ्तार संदिग्थों के इरादे काफी खतरनाक थे, लेकिन उनकी साजिश की शुरुआत होने से पहले ही उन्हें दबोच लिया गया. इनका इरादा देश के अलग-अलग शहरों में इकट्ठा होना और उसके बाद आगे का रेकी और अत्यधिक मात्रा में RDx इकट्ठा करने का था.


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