Jaipur News:  राजस्थान में आचार संहिता लगने के साथ ही जिले के कार्मिक विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. प्रशिक्षण के माध्यम से कार्मिकों को निर्वाचन से संबंधित बारीकियों से अवगत कराया जा रहा है. जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने मतदान कर्मियों को दिए गए प्रशिक्षण के पांच अलग-अलग सेंटर्स पर पहुंचकर अवलोकन किए हैं. 


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आज से शुरू हुए 4 दिवसीय प्रशिक्षण में कुल 11 हजार 167 पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी प्रथम को प्रशिक्षण दिया जाएगा. चार दिन तक प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले दिन 3 हजार 120 पीठासीन अधिकारी (PRO) और मतदान अधिकारी प्रथम को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उसके बाद मतदान अधिकारी सेकेण्ड और मतदान अधिकारी थर्ड को दक्ष प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा, और 14 अक्टूबर को इसका समापन किया जाएगा.


जिला निर्वाचन अधिकारी जयपुर प्रकाश राजपुरोहित ने कार्मिकों को दबाव और भेदभाव के बिना गंभीरता से काम करने कि सलाह दी. उन्होंने निर्वाचन प्रक्रिया और प्रपत्र के बारे में गंभीरता से समझाया. और  बताया कि प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारियों और मतदान अधिकारियों को चुनाव में उनके कर्तव्य और भूमिका के बारे में जानकारी दी जा रही है.


इसके साथ ही मतदान की पूरी प्रक्रिया, ईवीएम मशीन से मतदान प्रक्रिया, मॉक पोल, ईवीएम सीलिंग, विभिन्न सूचना प्रपत्र की जानकारी, वास्तविक पोल के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. और ईवीएम से मतदान शुरू करने से लेंकर उसे सील पैक करने तक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 


आपको बता दे कि चुनाव आयोंग द्वारा पहली बार विधानसभा चुनाव में अनुपस्थित मतदाताओं के घर पर डाक द्वारा मतपत्र पहुंचाकर मतदान की सुविधा मुहैया करवाने संबंधी प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उन्होने बताया की पीठासीन अधिकारी बूथ स्तर पर निर्वाचन आयोग का चेहरा होता है. इसलिए सभी का दायित्व हैं कि अपने कर्तव्य का निर्वाहन गंभीरतापूर्वक और पूर्ण निष्ठा से करें. 


ताकि निष्पक्ष, पारदर्शी और सुव्यवस्थित निर्वाचन प्रक्रिया संपादित की जा सके. कार्मिकों का प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने के सवाल पर उन्होनें कहा की ऐसे कार्मिकों के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 प्रावधान के तहत दंडात्मक कार्यवाही प्रारंभ कर दी जाएगी.