Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वाइल्ड लाइफ सर्विलांस परियोजना के विस्तार के लिए 15.30 करोड़ रुपए के बजट को मंजूरी दी है. वन्यजीवों के संरक्षण और उनके संवर्धन के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप मुख्यमंत्री ने यह निर्णय लिया है. इस परियोजना के उचित क्रियान्वयन के साथ ही वन्यजीवों की बेहतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित हो सकेगी. वाइल्ड-लाइफ सर्विलांस परियोजना वन्य क्षेत्रों की बेहतर निगरानी के लिए एकीकृत सॉफ्टवेयर आधारित समाधान है,


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जो उच्च स्तरीय थर्मल-ऑप्टिकल कैमरे, वायरलेस नेटवर्क, संचार उपकरण, सौर ऊर्जा प्रणाली व ड्रोन से लैस है. झालाना, सरिस्का, रणथम्भौर, मुकुन्दरा तथा जवाई में इस प्रणाली के सफल अनुभव के बाद अब इस स्वीकृति से इस परियोजना का विस्तार प्रदेश के महत्वपूर्ण अभ्यारण्य, राष्ट्रीय उद्यान व अन्य संरक्षित क्षेत्रों में भी किया जाएगा.


इस प्रणाली की मदद से वन्य क्षेत्रों में अवैध शिकार, आगजनी, कीमती लकड़ी की चोरी सहित बाघ और अन्य वन्यजीव प्रजातियों की विभिन्न गतिविधियों की निगरानी 24x7 स्वचलित तरीके से प्रभावी ढंग से हो सकेगी. इससे वन विभाग की निगरानी क्षमताओं में वृद्धि होगी. विभिन्न वनस्पतियों वन्य जीवों के बचाव की दक्षता में भी सुधार हो सकेगा. उल्लेखनीय है कि वन्यजीव प्रजातियों की रक्षा व संरक्षण हेतु मुख्यमंत्री ने वर्ष 2022-23 के बजट में वाइल्ड लाइफ सर्विलांस परियोजना के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार के लिए की गई 30 करोड़ के बजट की घोषणा के क्रियान्वयन में यह मंजूरी दी गई है.


यह भी पढे़ं- उदयपुर हत्याकांड का कराची कनेक्शन, कन्हैयालाल का हत्यारा जाकिर नाइक को मानता था आका


उदयपुर की सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें.