Chamoli news: उत्तराखण्ड के ऊँचाई वाले इलाकों में सेब का उत्पादन काफी मात्रा में किया जाता है. इसमें प्रमुखता से उत्तरकाशी की हर्षिल घाटी , चमोली की नीती घाटी , नैनीताल का मुक्तेश्वर घाटी , देहरादून का चकरोता सहित टिहरी का काणाताल वाले क्षेत्र में भी अब सेब की पैदावार की जारही है.लेकिन चमोली जिले के नीती घाटी के झेलम में एक 81 वर्षीय किसान इंद्रसिंह जो 90 के दशक से सेब का उत्पादन करते चले आ रहे हैं, और बड़ी मात्रा में सेब की बागवानी करते हैं. 250 नाली भूमि में फैला हुआ है इनका सेब का बगीचा जहां विभिन्न प्रजाति के सेब नाशपाती का उत्पादन किया जाता है .और सेब की पैदावार व मिठास इस कदर है. कि किसान खासे उत्साहित है. हालांकि सरकार की विपणन व्यवस्था न होने की नाराजगी किसानों में देखी जा रही है. किसान ने अपना खुद का पहाड़ी टेक्निक से अपना कोल्ड स्टोर भी बनाया है ताकि उसमें काफी समय तक फल सुरक्षित रह सके .


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किसानों की मेहनत का ही नतीजा
चमोली के उचाई वाले क्षेत्रों में सेब की पैदावार होती है. लेकिन बिना सरकारी मदद के किसानों के लिए यह सौदा हमेशा मंहगा साबित हुआ है. जोषीमठ विकास खण्ड के नीती घाटी के किसानों की वर्षों की मेहनत का ही नतीजा है, कि यहाँ सेब का उत्पादन रिकोर्ड तोड़ होता है. और मिठास भी गजब की है ,डेलीसेस ,यलो गोल्डन,सहित चार प्रजाति के सेब पाये जाते हैं .यहाँ का सेब किन्नौर,हिमाचंल व जम्ंमू -कष्मीर के सेबों को मिठास में पीछै छोड़ रहे है. और किसान इंद्रसिंह सेब के बगीचे से हर साल तीन से चार लाख का सुद कमाई करते हैं इंदरसिंह के सेब की खास बात यह है कि लोग सेब खरीदने के लिये इनके बगीचे में ही आ जाते हैं .


पद्मभूषण के लिए नामांकित 
साथ ही किसान इन्द्र सिंह को सरकार द्वारा कई अवार्ड भी दिए गए हैं और अब ब्लॉक स्तर से इन्द्रसिंह का नाम पद्मभूषण के लिय भी जा रखा है .उद्यान विभाग के सीएचओ तेजपाल सिंह का कहना है कि बर्तमान में चमोली जिले में नीती घाटी के अलावा जोशीमठ , ग्वालदम ,देवाल,आदिबद्री और पोखरी में सेब का उत्पादन किया जा रहा है. और जो सरकार की योजना ऐप्पल मिशन के तहत समय समय पर सेब कि खेती के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाता है. साथ ही विभाग द्वारा इसको लेकर घोष्टियाँ भी की जाती हैं . 


इंद्रसिंह की मेहनत की होती है खूब सराहना
लेकिन बर्तमान में चमोली की नीती घाटी में अच्छा खासा सेब का उत्तपादन किया जा रहा है जिसमें मुख्यत झेलम में किसान इंद्रसिंह के बगीचे से अच्छी सेब की पैदावार हो रही है यहाँ चार प्रकार से अधिक सेब का उत्पादन होता है. किसान इंद्रसिंह की मेहनत का विभागीय अधिकारी भी खूब सराहना करते हैं .वहीं नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर के गलिया गाँव के महेश गलिया जो सेब की बागवानी के विशेषज्ञ हैं इन्होंने भी नीती घाटी के सेब की पैदावार की तारीफ़ की है . महेश गलिया भी मुक्तेश्वर के गलिया इलाके में बड़ी मात्रा में सेब का उत्पादन करते हैं जिनका साल में लाखों रुपये की आमदनी है.


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