RG Kar Case: कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के 50 वरिष्ठ डॉक्टरों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इस्तीफा दे दिया है, जो 5 अक्टूबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जूनियर डॉक्टर अपने एक सहकर्मी की दुखद मौत के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं, साथ ही वे व्यवस्थागत सुधारों और बेहतर कार्य स्थितियों की मांग कर रहे हैं. 


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जूनियर डॉक्टरों का विरोध, जिसमें भूख हड़ताल भी शामिल है, 9 अगस्त को RG Kar मेडिकल कॉलेज में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद भड़क गया था. यह भयानक घटना, जो उसकी ड्यूटी के दौरान हुई, ने मेडिकल समुदाय और शहर को झकझोर कर रख दिया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोलकाता पुलिस के एक पूर्व संविदा कर्मचारी संजय रॉय पर अपराध का आरोप लगाया है.


जूनियर डॉक्टरों की प्रमुख मांगें
प्रदर्शनकारी डॉक्टर न केवल अपने दिवंगत सहकर्मी के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में व्यापक सुधारों की भी मांग कर रहे हैं. उनकी मुख्य मांगें ये हैं:
- पश्चिम बंगाल के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली का कार्यान्वयन
- बेहतर रोगी प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए बिस्तर रिक्तता निगरानी प्रणाली
- सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और वॉशरूम जैसी आवश्यक सुविधाओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए टास्क फोर्स का गठन
- अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जाएगी, जिसमें स्थायी महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती पर ध्यान दिया जाएगा
- डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती


वरिष्ठ डॉक्टरों का इस्तीफा 
50 वरिष्ठ डॉक्टरों के इस्तीफे ने जूनियर डॉक्टरों के विरोध को और बल दिया है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए दृश्यों में छात्रों को वरिष्ठ संकाय सदस्यों द्वारा इस्तीफा दिए जाने पर तालियां बजाते हुए दिखाया गया है. इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "हमारे बच्चों को आने वाला स्वास्थ्य आपदा से बचाने और हल करने के लिए उचित प्राधिकारी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है."


इससे पहले दिन में करीब 15 वरिष्ठ डॉक्टर जूनियर डॉक्टरों के साथ प्रतीकात्मक भूख हड़ताल में शामिल हुए और चल रहे आंदोलन के प्रति अपना समर्थन जताया.