Sonu Sood Birthday Special: `गरीबों के मसीहा` हैं सोनू सूद, जानें 7 बार जब बर्थडे बॉय ने वंचितों की मदद
बॉलीवुड की जानी मानी हस्ती सोनू सूद आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका एक उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार में जन्म लेने से लेकर लोगों की नजरों में एक प्रिय व्यक्ति बनने तक का सफ़र किसी प्रेरणा से कम नहीं रहा है.
सोनू सूद ने कोविड लॉकडाउन के दौरान घर जाने के लिए बेताब प्रवासियों के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन शुरू की थी. उन्होंने एक्स पर हेल्पलाइन नंबर पोस्ट किया और साथ ही एक संदेश भी दिया जिसमें प्रवासी श्रमिकों से कहा गया कि वे उनसे संपर्क करें और अपने स्थान का विवरण साझा करें ताकि वे समय पर उन तक पहुंच सकें.
सोनू सूद ने महामारी के दौरान डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ़ सहित स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अपना जुहू होटल भी पेश किया. उन्होंने कहा, "देश के लाखों लोगों की जान बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हमारे देश के डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ़ के लिए अपना योगदान देना मेरे लिए सम्मान की बात है."
उन्होंने अपने बचपन की दोस्त और रेस्टोरेंट चलाने वाली नीती गोयल के साथ मिलकर घर भेजो नाम से एक पहल शुरू की थी. उनकी संस्था ने प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्था की. अभिनेता के लिए अनुमति प्राप्त करना इतना आसान नहीं था और उन्होंने हजारों प्रवासियों का कोविड टेस्ट करवाया.
फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में सोनू ने बताया कि कैसे उन्होंने फिलीपींस के बच्चों की मदद की. उन्होंने कहा, "फिलीपींस के कुछ बच्चे थे जिनकी लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी मैक्स हॉस्पिटल और दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में होनी थी. वे लॉकडाउन की वजह से फंस गए थे. स्थानीय फिलिपिनो लोगों ने उनकी बात सुनी. उन्होंने बताया कि एक भारतीय है जो लोगों को घर पहुंचने में मदद कर रहा है, इसलिए उन्होंने मुझसे संपर्क किया. मैंने ऐसे 39 बच्चों की मदद की. वास्तव में 41 बच्चे थे, लेकिन आवश्यक अनुमति मिलने से पहले ही दो की मौत हो गई."
हाल ही में सोनू सूद ने देवी नाम की एक लड़की को उच्च शिक्षा दिलाने में मदद की थी. उन्होंने उसका एक वीडियो पोस्ट किया और एक्स पर लिखा, "प्यार के लिए शुक्रिया देवी. खूब पढ़ाई करो. तुम्हारा कॉलेज एडमिशन हो गया है."
महामारी से पहले भी सोनू सूद ने जरूरतमंदों की मदद की थी. यह बात पुलवामा हमले के बाद चर्चा में आई जब सोनू ने दिवंगत सेना के जवान जयमल सिंह के पांच वर्षीय बेटे की शिक्षा का खर्च उठाया था.
अभिनेता ने बेंगलुरु में कुलसुम शादाब द्वारा स्थापित एक एनजीओ होथुर फाउंडेशन के साथ मिलकर एसिड अटैक सर्वाइवर्स के लिए त्वचा दान अभियान भी शुरू किया थी. इस पहल का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और एसिड अटैक सर्वाइवर्स को सहायता प्रदान करना है, जिन्हें नियमित स्वतंत्र जीवन जीने के लिए त्वचा की सख्त जरूरत है.