Bilaspur News: 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में आये भूकंप के चलते भारी त्रासदी देखने को मिली थी, जिसमें हजारों लोगों ने अपनी जान गवाई थी. करोड़ों रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था. आज इस हादसे को गुजरे 119 साल पूरे हो चुके हैं और भविष्य में प्रदेश में इस तरह की त्रासदी आने वाले इससे निपटने के लिए मॉकड्रील का आयोजन किया जा रहा है. 


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वहीं, बात करें बिलासपुर की तो कांगड़ा में भूकंप से आई भारी त्रासदी की 120 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष पर उपायुक्त कार्यालय परिसर बिलासपुर में मॉकड्रील का आयोजन किया गया, जिसमें होमगार्ड व अग्निशमन विभाग की टीमों ने भाग लिया. वहीं भूकंप व आगजनी जैसी घटनाओं के दौरान घायलों के रेस्क्यू से लेकर उनके उपचार संबंधी ऑपरेशन चलाया गया,  जिसमें 5.2 तीव्रता वाले भूकंप के दौरान उपायुक्त कार्यालय परिसर में घायल 5 लोगों का रेस्क्यू कर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया है. 


वहीं, मॉकड्रील के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में आए जोरदार भूकंप से हुए नुकसान से हर होई वाकिफ है और उस घटना को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त कार्यालय परिसर में आपदा जागरूकता दिवस मनाया गया है, जिसमें होमगार्ड व अग्निशमन विभाग की टीम ने मॉकड्रील कर कार्यालय में फंसे घायलों को बचाने का काम किया है. 


साथ ही उन्होंने कहा कि भूकंप व आगजनी की घटनाएं कभी भी पेश हो सकती हैं. ऐसे में प्रशासन के निर्देशानुसार होमगार्ड व अग्निशमन विभाग की टीमें अलग-अलग स्थानों मॉकड्रील का आयोजन करती है और आपदा से निपटने के लिए लोगों को जागरूक भी करती है ताकि प्राकृतिक आपदा की स्थिति से निपटने के लिए हर व्यक्ति जागरूक बन सके और रेस्क्यू टीमें बचाव कार्यों को बखूबी पूरा कर सके.


रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर