संदीप सिंह/मनाली: आइस रिंक काजा में पहली बार पुरूष वर्ग की राष्ट्रीय आइस हॉकी चैंपियनशिप 2022 का आयोजन शुरू हो गया है. सोमवार को आईस रिंक काजा में 11वीं राष्ट्रीय आईस हॉकी चैंपियनशिप का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिलाधीश नीरज कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. कार्यक्रम में मुख्यातिथि व अन्य अतिथियों का खतक पहनाकर पारम्परिक तरीके से स्वागत किया गया.


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मुख्यातिथि नीरज कुमार को एडीसी अभिषेक वर्मा ने स्मृति चिन्ह और थंका पेंटिग देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही आईस हॉकी एसोसियेशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र सिंह जींदी जोकि विश्ष्ठि अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. उन्हें भी एसडीएम गुजींत सिंह चीमा ने सम्मानित किया. इसके बाद आइस हॉकी एसोसियेशन आफ लाहुल स्पिति के सदस्यों ने एडीसी और एसडीएम को हुडी और कैप देकर सम्मानित किया गया.


आईस रिंक काजा में सभी पांचों टीमें लाईन अप रही. राष्ट्रगाण और तिरंगे के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीसी अभिषेक वर्मा ने कहा कि स्पिति में इससे पहले महिला वर्ग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप का सफल आयोजन हो चुका है. ऐसे में इस बार पुरूष वर्ग की चैंपियनशिप की मेजवानी हमें मिली है. स्पिति की भूगौलिक परिस्थितियां काफी चुनौतीपूर्ण है.


लेकिन, यहां की सुविधाएं उन चुनौतियों को कम कर देते है. हम स्पिति में आइस हॉकी खेल को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग जोन में टीमें बनाई जाएंगी और फिर आपसी प्रति स्पर्धा करवाएंगे ताकि अच्छे खिलाड़ी निकल कर आए. मैं सभी खिलाड़ियों का तहे दिल से स्वागत करता हूं. इसके साथ ही आयोजनकर्ताओं को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देता हूं. आइस हॉकी एसोसियेशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र जींदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि देश में बहुत ही कम ऐसे रिंक है जहां पर डेश बोर्ड लगे है. अन्य देशों की टीमें डेश बोर्ड में हमेशा अभ्यास करती है. स्पिति जैसे क्षेत्र में डेश बोर्ड मुहैया करवाना स्पिति प्रशासन का प्रयास काबिले तारीफ है.


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स्पिति में दो-दो आयोजन करवाना आसान बात नहीं है. लदाख के बाद अब आइस हॉकी का हब स्पिति बन रहा है.  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि जिलाधीश नीरज कुमार ने कहा कि सर्दियों में स्पिति में जन जीवन अन्य देशों के हिस्सों से कट जाता था. ऐसे में आईस हॉकी जैसे खेल का आयोजन होना बड़ी बात है. इससे पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आर्थिकी में मजबूती मिल रही है.


खेलें नशे से दूर रखने के लिए बड़ी भूमिका निभाता है. स्पिति के युवाओं को खेलों में स्टेमिना अन्य राज्यों के खिलाड़ियों से काफी अधिक होता है. उन्हें सही मंच मिल पाता था लेकिन अब आईस हॉकी से उन्हें राष्ट्रीय स्तर के आयोजन यहां पर हो रहे है. केंद्र सरकार ने सीमांत लगते क्षेत्र में पलायन को रोकने के लिए वाइव्रेंट विलेज प्रोग्राम को शुरू किया है. हम प्रयास करेंगे कि साहसिक खेलों के बारे में उक्त प्रोग्राम में आधारभूत ढांचा तैयार किया जाए.


प्रदेश सरकार साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. यहां पर बच्चों को 80 से अधिक स्केटस प्रशासन ने मुहैया करवाया ताकि बचपन से आईस हॉकी के खेलों के प्रति उत्साह बढ़ सके और खेल की बारिकियां सीख सकें. 11वीं राष्ट्रीय आईस हॉकी चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे. मैं सभी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं.


एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने मुख्यातिथि व आयोजनकर्ताओं को आभार व्यक्त किया. इस मौके पर डीएफओ हरदेव नेगी, एक्सइन जल शक्ति विभाग मनोज नेगी, एक्सइन लोक निर्माण टशी ज्ञामचो, कार्यकारी खंड विकास अधिकारी टशी डोलकर, एक्सइल विद्युत विभाग मनीश शर्मा सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे.


ITBP ने हिमाचल को हराया


11वीं राष्ट्रीय आईस हॉकी चैंपियनशिप 2022 में कुल पांच टीमें हिस्सा ले रहा है. इसमें यूटी लदाख, आईटीबीपी, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और आर्मी की टीम शामिल है. सोमवार को एक ही मैच खेला गया जोकि आईटीबीपी और हिमाचल प्रदेश की टीम के बीच में खेला गया. आईटीबीपी की टीम ने मैच में कुल नौ गोल किए जबकि हिमाचल की टीम एक ही गोल कर पाई. तीन हाफ में मुकाबला काफी रोमांचक रहा.


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