विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में लापता 428 लोगों में से 214 की पहचान हो चुकी है, जिनमें से कुछ की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ लोग बाहरी राज्यों में किसी कंपनी या अन्य संस्थान में कार्यरत हैं. वहीं 50 फीसदी लोग यानी 214 लापता लोग अभी भी ऐसे हैं, जिनके बारे में अभी तक पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में अब पुलिस लापता लोगों को ढूंढने का अभियान शुरू करने का जा रही है.


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गौरतलब है कि पहले भी जिला पुलिस ने लापता लोगों को ढूंढने का अभियान शुरू किया था, जिसके तहत 214 लोगों की पहचान की गई है. अब अभियान का दूसरा चरण शुरू करने की तैयारी पुलिस ने कर ली है. पुलिस रिकार्ड के अनुसार, 214 लापता लोगों में 97 पुरुष और 115 महिलाएं पुलिस सूची में लापता हैं.


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जिला पुलिस के पास 428 लोगों के लापता होने एंट्री थी, जिसमें बच्चों सहित महिलाएं और पुरुष शामिल थे. 428 का आंकड़ा महत्वपूर्ण था, जिस पर पुलिस थाना स्तर पर लंबे समय से लापता लोगों की सूची को रिव्यू करने के निर्देश जारी किए गए थे, जिस पर थाना स्तर पर किए गए सर्च अभियान के तहत 214 लोगों की पहचान की गई. अभियान के तहत पुलिस के पास जो लापता लोगों का रिकॉर्ड होता है. 


बच्चों के लापता होने पर एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान है, जिसके तहत मामले लगातार रिव्यू में आते रहते हैं, जिनका समाधान भी कर लिया जाता है. इसके अलावा 18 साल से अधिक आयु के महिला व पुरुष वर्ग के लापता होने की शिकायत परिवार के सदस्यों द्वारा दर्ज करवाई जाती है. इसके बाद लापता लोगों को ढूंढने की प्रक्रिया शुरू की जाती है.


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एसपी ने कहा, जिन 428 लापता लोगों की संख्या थी, उनमें से 50 फीसदी की पहचान कर ली गई है. कई लोग जो लापता थे, जिनकी मौत हो चुकी है, ऐसी सूचनाएं परिवार सदस्यों के पास तो होती हैं, लेकिन पुलिस को इस बारे सूचना नहीं दी गई थी, जबकि कुछ लोगों के संबंध में जानकारी मिली कि वे प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में किसी कंपनी व अन्य संस्थानों में कार्यरत हैं, जिनकी सूचना उनके परिवार सदस्यों को दे दी गई है.


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